पेट की परेशानी खराब कर रही दिमाग की सेहत

लंदन. पेट का सीधा संबंध दिमाग से होता है. अगर पेट में मौजूद आंत में गंदगी ज्यादा हो जाए तो दिमाग की कई कोशिकाएं या हिस्से प्रभावित होते हैं और इससे कई तरह की बीमारियां हो सकती है. लंदन में हुए एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है.
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक अगर पेट में गंदगी है तो यह मानसिक सेहत के लिए ठीक नहीं है. इससे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्या होने लगती है. इसके उलट ज्यादा तनाव होने पर पेट से संबंधित बीमारियां हो सकती है.
हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट यानी आंत बहुत ही संवेदनशील होती है जो सीधे दिमाग में भावनाओं को प्रभावित करती है. रिपोर्ट के मुताबिक अगर पेट खराब हो तो बहुत अधिक गुस्सा, बेचैनी, अति उत्साह आदि जैसे लक्षण नजर आत हैं है. इसके विपरीत यदि ये लक्षण हैं तो इनसे पेट खराब हो सकता है.
यह प्रक्रिया है जिम्मेदार
रिपोर्ट के मुताबिक भोजन करने से पहले आतों से गैस्ट्रिक द्रव निकलता है. यह द्रव भोजन को पचाता है. जब पेट खराब रहता है तो यही दिमाग को सिग्नल देता है कि द्रव न निकालें. वहीं, जब दिमाग में तनाव रहता है तो भी यहीं से सिग्नल जाता है कि गैस्ट्रिक द्रव न निकलें. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आंत की जो लाइनिंग होती है उसका सीधा संबंध दिमाग से जुड़ा हुआ है.
त्वाचा में परेशानी अगर पेट गैस, ब्लॉटिंग, कब्ज जैसी समस्या हो तो इसका असर त्वचा पर भी पड़ता है. इससे एक्ने, एक्जिमा, सोरोसिस जैसी बीमारियां होने लगती है.
माइग्रेनआंत में परेशानी होने पर माइग्रेन की समस्या हो सकती है. इस दौरान उल्टी या मतली के साथ सिर में तेज दर्द होने के लक्षण नजर आ सकते हैं.
क्या करना चाहिए
● हरी पत्तीदार सब्जियों और सलाद का सेवन करें
● ज्यादा मीठा न खाएं
● ज्यादा पानी पीएं
● रोजाना व्यायाम करें
● सिगरेट, शराब से भी दूरी बना लें.