दिल्ली की जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक और लेटर लिखा है. इस लेटर में सुकेश ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर लगे आरोपों की CBI जांच की मांग की. एलजी को लिखे लेटर में सुकेश ने कहा है कि जेल में बंद आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येंद्र जैन और पूर्व डीजी जेल संदीप गोयल की ओर से जेल प्रशासन ने उन्हें धमकियां दी. सुकेश ने पहले लेटर में जैन पर 10 करोड़ और गोयल पर 12.5 करोड़ की प्रोटेक्शन मनी लेने का आरोप लगाया. दूसरे लेटर में उन्होंने दिल्ली के सीएम पर उसे ‘सबसे बड़ा ठग’ कहने पर निशाना भी साधा.
अपने लेटर में सुकेश ने कहा कि उसने 2016 में दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत के फार्महाउस पर सत्येंद्र जैन को 50 करोड़ रुपये दिए थे. सुकेश ने यह भी दावा किया था कि अरविंद केजरीवाल हयात होटल, भीकाजी कामा प्लेस में उसकी डिनर पार्टी में शामिल हुए थे. इसके अलावा केजरीवाल पर आरोप लगाया कि कर्नाटक और तमिलनाडु से 20-30 ऐसे लोगों को लाने के लिए कहा दजो पार्टी को 500 करोड़ रुपये का डोनेशन दे सके.
सुकेश चंद्रशेखर ने कहा कि “मुझे 2017 में चुनाव चिन्ह मामले में गिरफ्तार किया गया था और तिहाड़ में बंद किया गया था. उसी दौरान सत्येंद्र जैन मेरे पास आये और मुझसे जाजने की कोशिश की कहीं मैने 50 करोड़ रुपये के बारे में किसी को कोई जानकारी तो नहीं दी. इसके बाद साल 2019 में प्रोटेक्शन मनी के नाम पर 10 करोड़ रुपये भी लिए.”
सुकेश चंद्रशेखर के नए लेटर पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अरविंद केजरीवाल से निष्पक्ष जांच के लिए सत्येंद्र जैन और कैलाश गहलोत को अपने मंत्रिमंडल से हटाने के की मांग की. उन्होंने कहा, “जबरन वसूली की इस पार्टी को जवाब देना चाहिए कि क्या उन्होंने 10 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी के रूप में लिए थे. यही कारण है कि सत्येंद्र जैन को अभी भी मंत्री बनाए रखा गया है? क्योंकि तिहाड़ जेल उनके अंडर है.क्या यह वह पार्टी है जिसने राज्यसभा की सीट के लिए सुकेश से 50 करोड़ रुपये लिए.”
उन्होंने कहा कि “आरोपों का जवाब देने से पहले दोनों मंत्रियों को पद छोड़ देना चाहिए ताकि मामले की गंभीरता से जांच हो सके. लेकिन अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचारियों का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं. अगर केजरीवाल के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो आप इन दोनों मंत्रियों को पद छोड़ने के लिए क्यों नहीं कहते हैं, जांच होने दें और सच्चाई सामने आने दें?”