पटना. सरकारी नौकरी को जनसेवा का माध्यम मानने वाले लोगों की नेकनीयती पर अक्सर चंद दागी लोगों की वजह से सवाल उठते रहते हैं. पेशे की जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाने के बजाए कुछ लोग अपनी जेबें भरने लगते हैं. ऐसे लोगों की वजह से उस क्षेत्र का विकास प्रभावित होता है. ऐसा ही एक मामला बिहार की राजधानी पटना में सामने आया जहां एक ड्रग इंस्पेक्टर ने ऊपरी कमाई से इतनी संपत्ति जुटाई कि उसकी गिनती करते करते रेड डालने वाली टीम के हाथ थक गए तो नोट गिनने वाली मशीन मंगानी पड़ी.
अब तक इतनी रकम बरामद
पटना में आय से अधिक संपति मामले में ड्रग्स इंस्पेक्टर के घर विजिलेंस टीम की छापेमारी हो रही है. इस रेड में अब तक 4 लग्ज़री कारों के साथ 3 करोड़ कैश, लाखों की ज्वैलरी समेत कई बेनामी प्रॉपर्टी के दस्तावेज़ बरामद हुए हैं. किसी अफसर की काली कमाई को लेकर की गई जांच के दौरान बिहार में हाल के दिनों में मिली यह सबसे बड़ी नकदी है.
इस मामले में अचानक हुई छापेमारी
पटना में आय से अधिक संपति मामले में सुबह से रेड की कार्रवाई को पूरा किया जा रहा है. आरोपी ड्रग्स इंस्पेक्टर के घर विजिलेंस की रेड अभी जारी है. आपको बताते चलें कि आरोपी ड्रग इंस्पेक्टर बेनामी संपत्ति को लेकर विजिलेंस डिपार्टमेंट के राडार पर काफी समय से था. नोट बोरे में भरकर रखे हुए थे. शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार के ठिकानों पर विजिलेंस टीम ने छापेमारी की थी जो आज भी जारी है.
बोरे में भरे थे नोट
जितेंद्र कुमार के पटना सिटी के खान मिर्जा मोहल्ला स्थित घर, गोला रोड स्थित निजी कार्यालय, गया शहर स्थित फ्लैट और प्राइवेट फार्मेसी कालेज पर छापेमारी के दौरान तीन करोड़ से अधिक रुपये नकद मिले हैं. नोट बोरे में भरकर घर में रखे गए थे.