केंद्र सरकार ने दवा की गुणवत्ता को लेकर दवा कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई की है. नकली दवा बनाने वाली 18 कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं. ये कार्रवाई दवा कंपनियों पर छापेमारी के बाद की गई है. ये छापे यूपी, बिहार, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और दिल्ली समेत 20 राज्यों में मारे गए.
सरकार के मुताबिक, बीते 15 दिन से चल रहे विशेष अभियान के तहत ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने देश की 76 दवा कंपनियों का निरीक्षण किया था. इस दौरान 203 दवा कंपनियों को चिह्नित किया गया है. फिलहाल पहले दौर में 76 कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इनमें से 18 कंपनियों के या तो लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं या फिर उन्हें उत्पादन बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं तीन कंपनियों के उत्पादों की मंजूरी रद्द की गई है. इसके अलावा 26 कंपनियों को उनकी दवाओं की गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, दवा कंपनियों के खिलाफ ये कार्रवाई आने वाले दिनों में भी जारी रहने के आसार हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में दवाओं की जांच के दौरान लिए गए सैंपल में से 2-3 फीसदी खराब पाए जाते हैं.