अमेरिका-चीन की तर्ज पर तीनों सेनाओं को मिलाकर थियेटर कमान बनाने की दिशा में भले ही विलंब हुआ है, लेकिन नए साल में एक थियेटर कमान (Theater-commands) आकार ले सकती है. उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि यह एयर डिफेंस कमान होगी. इसके स्वरूप पर वायुसेना (Air Force) के साथ चर्चा करीब-करीब पूरी हो चुकी है. अभी एयर डिफेंस (Air-defence) से जुड़ा फैसला वायुसेना के अलावा अपने-अपने इलाकों में थलसेना (Army) एवं नौसेना (Navy) भी करती है.
देश में गठित होने वाली पहली थियेटर कमान एयर डिफेंस कमान होगी. यह मार्च 2023 से पहले आकार ले लेगी. यह कमान पूरी तरह से वायुसेना (Air force) के नियंत्रण में होगी. वायुसेना प्रमुख के पास ही इसके संचालनात्मक अधिकार होंगे. हालांकि, थियेटर कमान का एक अलग से प्रमुख भी होगा जो एयर मार्शल रैंक का अधिकारी होगा. थियेटर कमान के गठन में वायुसेना ने कुछ आपत्तियां दर्ज कराई गई थी. सबसे बड़ी आपत्ति यह थी कि इस प्रकार की कमान गठित होने में निर्णय लेने की प्रक्रिया के ज्यादा स्तर नहीं बनने पाएं, जिससे ऐन वक्त पर निर्णय लेने में विलंब हो. सूत्रों की मानें तो इस मामले में निर्णय लेने के व्यवस्था पूर्ववत रहेगी.
एयर डिफेंस कमान: वायुसेना का नियंत्रण होगा. एयर मार्शल रैंक का अधिकारी प्रमुख होगा.
समुद्री कमान: इस कमान पर पूर्ण अधिकार नौसेना प्रमुख के पास रहेगा.
पूर्वी एवं पश्चिमी: दोनों कमान के मामले में निर्णय थल सेना प्रमुख लेंगे.
मौजूदा समय में तीनों सेनाओं की कुल 17 कमान हैं. इन्हें चार या पांच कमानों में परिवर्तित किया जा रहा है. एयर डिफेंस, समुद्री, पूर्वी और पश्चिमी कमान पहले बनेगी.
चार कमान बनने के बाद एक लॉजिस्टिक कमान बनेगी. हालांकि, भविष्य की युद्धक चुनौतियों के मद्देनजर एक अंतरिक्ष कमान भी बनाने की दूरगामी योजना है.
पहले 2021 में समुद्री और एयर डिफेंस कमान को क्रियाशील करने की बातें कही जा रही थी. लेकिन, तत्कालीन सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन और नए सीडीएस की नियुक्त के चलते इसमें विलंब हुआ है. थियेटर कमान के गठन का कार्य सैन्य मामलों के विभाग के नेतृत्व में किया जा रहा है.
थियेटर कमान बनाने के पीछे सेनाओं की मारक क्षमता को बढ़ाना और संसाधनों का प्रभावी इस्तेमाल सुनिश्चित करते हुए भावी युद्धक चुनौतियों के लिए सेनाओं को तैयार करना है.
क्या है थियेटर कमान?
यह एकीकृत कमांड है जिसके तहत थल सेना, नौसेना और वायु सेना मिलकर काम करेंगी. अभी थलसेना-वायुसेना की सात-सात और नौसेना की तीन कमांड है. इन्हें मिलाकर चार कमान तैयार की जाएगी. सभी के थियेटर कमांड चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ(CDS) को रिपोर्ट करेंगे. अमेरिका-चीन में यह व्यवस्था है.