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जापान में टकराया इतिहास का सबसे भीषण तूफान 270KMPH की रफ्तार से बढ़ रहा आगे

जापान में खतरनाक और शक्तशाली तूफान नानमाडोल ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है. इस तूफान में अब तक एक की मौत हो गई है जबकि करीब 70 लोग घायल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि ये तूफान जापान में टकराने वाले सबसे भीषण तूफानों में से एक है. इसके चलते 90 लाख लोगों को घर खाली करने के निर्देश दिए गए हैं. जानकारी के मुताबिक इन सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा. विवार की सुबह इस तूफान ने जापान के सबसे दक्षिणी द्वीप क्यूशू में जस्तक दी जिसके बाद यहां घरों की बिजली चली गई. बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में ये मुख्य द्वीप होंशू के ऊपर से गुजर सकता है.

कागोशिमा एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि खतरे को देखते हुए करीब 25 हजार घरों में बिजली की सप्लाई रोक दी गई है. कई ट्रेनें, फ्लाइट्स भी रद्द कर दी गई है. लोकल ट्रांसपोर्ट को भी फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है. तूफान को बहुत खतरनाक बताते हुए लोगों से सुरक्षित जगहों पर रहने की अपील की जा रही है. एक अधिकारी ने कहा- तेज हवाओं से कई घर तबाह हो सकते हैं. करीब 510 फ्लाइट्स कैंसल कर दी गई हैं.

जापान का टाइफून सीजन

अगस्त-सितंबर के महीने को जापान का टाइफून सीजन कहा जाता है. इस दौरान साल के करीब 20 तूफान आते हैं. इसके चलते भारी बारिश, लैंडस्लाइड और बाढ़ आ जाती है.

साल 2019 में जापान को 70 साल के सबसे भीषण तूफान हेजिबीस ने तबाह कर दिया था. तब जापान में हेजिबीस के कारण 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

2021 में आए टाइफून जेबी के कारण ओसाका के कंसाई हवाई अड्डे को बंद करना पड़ा था. इसने 14 लोगों की जान ले ली थी.

2018 में मानसून सीजन में आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.

जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने कहा, “इस बात की संभावना है कि भारी बारिश दर्ज की जाएगी और एक आपातकालीन भारी बारिश की चेतावनी की घोषणा की जाएगी.” जेएमए के एक अधिकारी रयुता कुरोरा ने शनिवार को चेतावनी दी कि तेज हवाएं घरों के ढहने का कारण बन सकती हैं. कुरोरा ने निवासियों से भूस्खलन और बाढ़ के जोखिम से बचने के लिए तूफान आने से पहले घरों को खाली करने का आग्रह किया.

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