दिल्ली. बीते गुरुवार हुई मानसून की पहली बारिश के साथ ही राजधानी के लोगों को धधकती गर्मी से राहत मिली है. दिल्ली में बारिश के बाद से तापमान में कमी दर्ज की गई है. शुक्रवार की सुबह भी हल्की फुहारों ने दिन का आगाज किया. बात अगर शनिवार की करें तो आज न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहेगा. इसके अलावा मौसम वैज्ञानिकों ने दिल्ली (Delhi Weather Update) में आज से 7 जुलाई तक हर रोज बारिश होने की संभावना जताई है. इस दौरान दिल्ली में अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया, दिल्ली में बादल छाए रहने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की भी संभावना है. इसके अलावा 6 और 7 जुलाई को दिल्ली में तेज बारिश हो सकती है.
अन्य राज्यों का क्या है हाल?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की मानें तो जिन क्षेत्रों में अब तक मानसून नहीं पहुंचा है, आने वाले कुछ दिनों में वहां भी मानसून की एंट्री हो जाएगी. मध्य प्रदेश, मुंबई, हरियाणा और पंजाब में कई जगहों पर मध्यम तो कहीं-कहीं भारी बारिश होगी. आईएमडी (IMD) ने कहा कि मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, मेघालय, असम, गोवा, कोंकण, तटीय कर्नाटक और उत्तरी केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके अलावा इन्हीं राज्यों में कई जगहों पर भारी बारिश की भी संभावना है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज बादल छाए रहेंगे. लखनऊ में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री और अधिकतम तापमान 36 डिग्री रिकॉर्ड किया जा सकता है. गाजियाबाद में भी आज बादल छाए रहेंगे. यहां 3 जुलाई को गरज के साथ तेज बारिश होने की उम्मीद है. जिले में आज न्यूनतम तापमान 23 डिग्री और अधिकतम तापमान 33 डिग्री रह सकता है.
राजस्थान के जयपुर में आज न्यूनतम तापमान 24 डिग्री और अधिकतम तापमान 28 डिग्री रह सकता है. जयपुर में बादल छाए रहेंगे साथ ही बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी.
उत्तराखंड में मौसम का पूर्वानुमान
उत्तराखंड में चार जुलाई के बाद बारिश में तेजी आने का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 2, 3 व 4 जुलाई को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, देहरादून, टिहरी, बागेश्वर, पिथौरागढ़, उधमसिंहनगर व चम्पावत जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट रहेगा. भारी से बहुत भारी बारिश के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों में हल्का भूस्खलन, चट्टान गिरने के कारण कहीं कहीं सड़कों, राजमार्गों में अवरोध, कटाव, पहाड़ी क्षेत्रों में नालों व नदियों का अतिप्रवाह, निचले इलाकों में जल भराव से दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं.
असम और अन्य राज्य
वहीं, असम की बात करें तो यहां बाढ़ की वजह से हाहाकार मचा हुआ है. 29 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं. बाढ़ की स्थिति शुक्रवार को भी गंभीर बनी रही. अधिकारियों ने कहा कि कछार जिला मुख्यालय, सिलचर के अधिकांश हिस्से अब भी जलमग्न हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के मुताबिक, इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 159 हो गई, जबकि एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना मिली है जिससे लापता लोगों की कुल संख्या 36 हो गई.
मौसम विभाग ने बताया, पूरे देश में जुलाई 2022 के लिए मासिक बारिश सामान्य होने की सबसे अधिक संभावना है यानी लंबी अवधि के औसत (LPA) के 94 से 106 प्रतिशत के बीच. क्षेत्रवार बारिश में भारी असमानता के बावजूद, उत्तर-पूर्व में अधिक और उत्तर पश्चिम में जून के महीने में समग्र रूप से ‘सामान्य’ बारिश दर्ज की गई.