बॉडीकैम से रिकॉर्डिंग होगी, टोल कर्मियों पर नकेल कसेगी

देशभर में टोल प्लाजा पर टोल कर्मचारियों और सड़क यात्रियों के साथ होने वाली मारपीट की घटनाओं पर अंकुश लगाने के मकसद से केंद्र सरकार ने टोल कंपनियों और कर्मचारियों पर नकेल कसी है.

नई व्यवस्था में टोल कर्मी बावर्दी होंगे. टोल प्रबंधक बॉडीकैम (शरीर पर लगे वीडियो कैमरे) से लैस होंगे. ऐसा नहीं करने पर टोल कंपनियों पर दंडनात्मक कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बॉडीकैम को झगड़ा करने वाले सड़क यात्रियों पर एफआईआर दर्ज कराने में बतौर सबूत पेश किया जा सकेगा. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने पांच अक्तूबर को टोल संचालन संबंधी नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी है. जिससे देशभर के 800 से अधिक टोल प्लाजा पर प्रदर्शित किया जाएगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अक्सर टोल प्जाजा पर टोल कर्मियों व सड़क यात्रियों के बीच फास्टैग, टोल दरें व अन्य कारण से जिरह होती है. कई बार यह हिंसक रूप लेते हुए गंभीर मारपीट पर तब्दील हो जाती है. अधिकारी ने बताया कि इससे टोल टैक्स वसूली प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है और एनएचएआई की छवि धूमिल हो रही है.

सभी टोल कर्मचारियों को वर्दी व नेम प्लेट लगाना अनिवार्य होगा नई एसओपी के तहत टोल प्जाला के सभी टोल कर्मचारियों को वर्दी व नेम प्लेट लगाना अनिवार्य होगा. ऐसा नहीं करने पर टोल कर्मी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाएगा. जबकि लेन प्रबंधक व टोल प्रबंधक बॉडीकैम लगाएंगे. जिससे संभावित जिरह-झगड़े की रिकॉर्डिंग की जा सकेगी. नई व्यवस्था को बनाए रखने के लिए क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ), सहायक अभियंता समय समय पर औचक निरीक्षण करेंगे. इसकी अनदेखी पर टोल कंपनियों पर दंडानात्मक कार्रवाई करेंगे.

टोल नहीं देने वाले सड़क यात्रियों का बॉडीकैम से बनाया गया वीडियो पुलिस को बतौर सबूत पेश करेंगे. जिससे उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा सके. इसके अलावा अन्य टोल कर्मी मोबाइल से वीडियो बनाकर पुलिस को सौंप सकेंगे.

पुलिस सत्यापन अनिवार्य होगा

सभी टोल कर्मियों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य होगा. उनको ड्यूटी पर तैनात करने से पहले शिष्टाचार प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसमें मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ से क्रोध प्रबंधन शामिल है. जिससे उपद्रवी सड़क यात्रियों से शांतिपूवर्क निपटा जा सके. दिन के समय टोल प्लाजा पर महिला टोल कर्मी को ड्यूटी पर लगाया जाएगा. किसी भी प्रकार के संभावित झगड़े को लेन पर्यवेक्षक अथवा टोल प्रबंधक संभालेगा.

झगड़ा करने पर बॉडीकैम का वीडियो बतौर सबूत पेश किया जा सकेगा, देशभर के 800 से अधिक टोल प्लाजा पर प्रदर्शित किया जाएगा

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