नई दिल्ली। भारतीय एथलीट को शर्मसार करने वाली एक बड़ी खबर सामने आई है. भारत की सीनियर क्वार्टर मिलर और एशियाई खेलों की मेडल विजेता एमआर पूवम्मा पर पिछले साल डोपिंग टेस्ट में फेल होने के बाद दो साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है. नाडा के डोपिंग रोधी अपील पैनल (ADAP) ने अनुशासनात्मक पैनल के तीन महीने के निलंबन के फैसले को उलट कर अब 2 साल का कर दिया है.
पहले 3 महीने के लिए लगा था बैन
32 साल की मआर पूवम्मा का डोप सैंपल पिछले साल 18 फरवरी को पटियाला में इंडियन ग्रां प्री एक के दौरान लिया गया था जिसमें वह मिथाइलहेक्सेनअमाइन प्रतिबंधित पदार्थ की पॉजिटिव पाई गई थीं. यह वर्ल्ड डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) संहिता के अंतर्गत प्रतिबंधित पदार्थ है. डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल ने जून में उन्हें महज तीन महीने के लिए निलंबित किया था. लेकिन नाडा की अनुशासनात्मक पैनल के फैसले के खिलाफ अपील में एडीएपी ने पूवम्मा पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया.
एशियाई खेलों में 2 बार जिता गोल्ड मेडल
पूवम्मा 2018 एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली चार गुणा 400 मीटर महिला और मिश्रित रिले टीमों की सदस्य थीं. वह 2014 एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली चार गुणा 400 मीटर रिले टीम का भी हिस्सा थीं. उन्होंने 2012 एशियाई खेलों में व्यक्तिगत 400 मीटर का ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वहीं, उन्हें 2015 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था.
मेडल वापस लेने का किया गया फैसला
एडीएपी के मुखिया अभिनव मुखर्जी ने कहा, ‘हमने 16 जून 2022 को एडीएपी के फैसले को परे रखते हुए नाडा की अपील को अनुच्छेद 10.2.2 के तहत कबूल कर लिया है. हमने साथ ही अनुच्छेद 10.10 के तहते खिलाड़ी द्वारा सैंपल लिए जाने के बाद से हासिल किए गए परिणमों को भी अयोग्य करार दे दिया है. साथ ही उनके मेडल, अंकों और ईनामों की भी वापस लेना का फैसला किया है.’