आज टीम इंडिया चौथा मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ

पुणे . दुनिया की नंबर एक टीम भारत के लिए पिछले 12 महीने में सबसे बड़ी चुनौती बांग्लादेश की रही है. टीम इंडिया ने इस बीच बांग्लादेश से चार मैच खेले जिसमें उसे तीन में शिकस्त मिली है. एशिया कप के पिछले मैच में भी बांग्लादेश की टीम रोहित एंड कंपनी पर पारी पड़ी थी. ऐसे में विजय रथ पर सवार भारतीय टीम को गुरुवार को बांग्लादेश से बचकर रहना होगा.
उसे हलके में लेने की भूल नहीं करनी होगी. वैसे भी पिछले चार दिन में दो बड़े उलटफेर हो चुके हैं. अफगानिस्तान ने इंग्लैंड तो नीदरलैंड्स ने दक्षिण अफ्रीका को हरा सभी टीमों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.
आसान नहीं रोहित से पार पाना बांग्लादेश के लिए सबसे बड़ी चुनौती रोहित से निपटने की होगी. शानदार लय में चल रहे रोहित ने इस टीम के खिलाफ 2015 (मेलबर्न) में 137 और 2019 (बर्मिंघम) विश्व कप में 104 रन की पारियां खेली हैं. भारत 2007 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ उलटफेर का शिकार होने के बाद लगातार तीन बार 300 से अधिक रन बनाने में सफल रहा है.
रोहित शर्मा भारतीय समर्थकों से भरे मैदान में एक और प्रभावी पारी खेलने के लिए तैयार हैं. रोहित पिछले दो मुकाबलों में पाक के खिलाफ 86 और अफगानिस्तान के खिलाफ 131 रनों की पारियां खेल दबदबा बनाया जिससे भारत ने आसानी से लक्ष्य हासिल किया.
16 साल से विश्व कप में अजेय भारतीय टीम
भारतीय टीम विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ 16 साल से अजेय है. दोनों ने चार मुकाबले खेले हैं जिसमें से तीन भारत और एक बांग्लादेश ने जीता है. भारत को एकमात्र हार 2007 में पोर्ट ऑफ स्पेन में पांच विकेट से मिली थी. उसके बाद से सभी तीनों मुकाबले टीम इंडिया ने जीते हैं और तीन सौ से ज्यादा का स्कोर बनाया है.
हार से कठिन हो जाएगी बांग्लादेश की राह
बांग्लादेश के लिए अच्छी खबर यह है कि उनके कप्तान शाकिब अल हसन बाईं जांघ की चोट से उबर गए है और चयन के लिए उपलब्ध हैं. विश्व कप के पहले मैच में जीत और उसके बाद बेहतर टीमों के खिलाफ दो हार ने बांग्लादेश को कुछ हद तक हताश किया है. लगातार तीसरे हार के बाद टीम के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने की राह काफी कठिन हो जाएगी. पहले तीन मैचों में लिए लिटन दास और मेहदी हसन मिराज ने एक-एक अर्धशतक लगाने में सफल रहे. नजमुल हसन शंटो और तौहीद हृदय जैसे युवा खिलाड़ियों ने निराश किया. मध्यक्रम में मुशफिकुर रहीम ही बड़ी पारी खेलने में सफल रहे. अनुभवी तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद और मुस्तफिजुर रहमान लय हासिल करने के लिए जूझ रहे हैं. ऐसे में पारी की शुरुआत में गेंदबाज दबाव बनाने में नाकाम रहे है.