राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस से पहले अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्रोफाइल तस्वीरों पर अपने पारंपरिक भगवा झंडे की जगह तिरंगे की तस्वीर लगा दी. देश आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपनी ‘प्रोफाइल’ तस्वीर पर तिरंगा लगाने का आग्रह किया है.
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल संघ के प्रति रुख को लेकर राष्ट्रीय ध्वज की आलोचना करते रहे हैं.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संघ की ओर स्पष्ट इशारा करते हुए इस महीने की शुरुआत में सवाल किया था कि क्या 52 साल से नागपुर स्थित अपने मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने वाला संगठन अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्रोफाइल पिक्चर पर तिरंगा लगाने के प्रधानमंत्री के अनुरोध का जवाब देगा. .
विपक्ष के सभी आरोपों का जवाब
आरएसएस प्रचार विभाग के सह प्रभारी नरेंद्र ठाकुर ने शुक्रवार को बताया कि संघ अपने सभी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाता रहा है. संघ ने अपने संगठन का झंडा हटाकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्रोफाइल पिक्चर पर राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया. ठाकुर ने कहा कि आरएसएस के कार्यकर्ता ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. केंद्र सरकार ने अपने ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम के तहत लोगों से 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने या प्रदर्शित करने का आग्रह किया है.
हर घर पर तिरंगे कार्यक्रम का समर्थन करता है
इससे पहले आरएसएस के प्रोपेगेंडा विभाग के प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा था कि इस तरह की बातों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि आरएसएस पहले ही ‘हर घर तिरंगा’ और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रमों को अपना समर्थन दे चुका है.