झारखंड के सरायकेला-खरसावां में शुक्रवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो माओवादियों की मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कोबरा, झारखंड जगुआर और राज्य पुलिस के एक संयुक्त अभियान के दौरान ये माओवादी मारे गए. कोल्हान संभाग के उप महानिरीक्षक अजय लिंडा ने कहा, कुचाई थाना क्षेत्र के बरुदा जंगल में एक अभियान के दौरान सीपीआई (माओवादी) के दो सदस्य मारे गए.
शुक्रवार सुबह पांच बजे से भीषण मुठभेड़ चल रही है. झारखंड पुलिस और पारा मिलिटरी फोर्सेज के संयुक्त ऑपरेशन में नक्सलियों का एक बड़ा कैंप भी ध्वस्त कर दिया गया है. कुछ हथियार भी बरामद किये गये हैं. बताया जा रहा है कि कुछ नक्सली घायल भी हुए हैं. पुलिस को सूचना मिली थी कि पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला और खूंटी जिले के सीमावर्ती इलाके में एक करोड़ के इनामी अनल की अगुवाई में नक्सलियों का जमावड़ा है, जो बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था. यह इलाका जोंगरे ट्राई जंक्शन के रूप में जाना जाता है. सुरक्षा बलों ने अहले सुबह इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. जवाब में सुरक्षा बलों ने मोर्चा लेकर जवाबी कार्रवाई की. मारे गये दो नक्सलियों की पहचान नहीं हो पायी है.
मुठभेड़ सुबह साढ़े दस बजे तक जारी थी. जिला पुलिस, सीआरपीएफ की 60वीं बटालियन और कोबरा बटालियन के लगभग 100 जवान ज्वाइंट ऑपरेशन में जुटे हैं. जहां मुठभेड़ हुई, वह इनामी माओवादी कमांडर अनल का इलाका है. सूचना के अनुसार वहां अमित मुंडा, सालुका कायम और अनल के दस्ते ने यहां कैंप बना रखा था.