पंजाब के सभी पटवारी आज से 15 मई तक सामूहिक छुट्टी पर चले गए हैं। ऐसे में पटवार सर्कलों में कोई काम नहीं होगा। पटवारियों का कहना है कि यदि सरकार केस को वापस नहीं लेती तो वह लंबी हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे। जिस तरीके से विजिलेंस झूठे केस बना रही है, उससे राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अपने आप को दफ्तरों में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
मालेरकोटला में पटवारी की गिरफ्तारी को लेकर पटवार यूनियनों ने सरकार और विजिलेंस विभाग के खिलाफ मोर्चा खोला है। यूनियन का कहना है कि पटवारियों को जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है। झूठे मुकद्दमे बनाकर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। मालेरकोटला में सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर पटवारी की गिरफ्तारी को यूनियन ने गैर कानूनी करार दिया है।
रेवेन्यू-कानूनगो एसोसिएशन पंजाब और माल पटवारी यूनियन की बैठक दोनों के राज्याध्यक्षों रूपिंदर सिंह गरेवाल और हरवीर सिंह खालसा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पदाधिकारियों ने अपने-अपने संबोधन में कहा कि विजिलेंस किसी को भी सोशल मीडिया पर चल रही वीडियो के आधार पर गिरफ्तार कैसे कर सकती है। यह तो सरासर नाइंसाफी और मनमर्जी का रवैया है।
जिस वीडियो के आधार पर मालेरकोटला के पटवारी दिदार सिंह छोकरा को गिरफ्तार किया गया है। उससे उसका कोई संबंध ही नहीं है। विजिलेंस ने फैक्ट्स वेरिफाई किए बिना पटवारी को गिरफ्तार कर लिया। यूनियन ने दावा किया है कि दिदार सिंह छोकरा उनके संगठन के जिला प्रधान हैं औऱ वीडियो में जो भ्रष्टाचार दिखाया जा रहा है, उससे कोई लेना देना नहीं है।
यूनियन ने कहा कि विजिलेंस पटवारियों पर झूठे केस बना रही है। इससे पहले भी पंजाब में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें राजस्व विभाग के अधिकारियों को जबरदस्ती बदनाम करने के लिए उन पर भ्रष्ट होने का ठप्पा लगाने की कोशिश की गई। पिछले दिनों होशियारपुर के माहिलपुर में भी विजिलेंस ने तहसील कर्मचारियों-अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया था।