
उन्नाव. न्यू इंदिरानगर मोहल्ले में एक फौजी पति ने पहली पत्नी की हत्याकर घर के बगल गड्ढा खुदवाकर शव गाड़ दिया. दूसरी पत्नी, बच्चों को मायके भेज खुद ड्यूटी पर ग्वालियर यूनिट लौट गया. इधर, भांजी ने मामी से संपर्क न होने पर तहरीर दी तो जांच में खुलासा हुआ.
बीघापुर कोतवाली क्षेत्र के धौलपुर गांव का रामलखन सिंह सेना में नायक पद पर ग्वालियर में है. उसकी शादी 1992 में सतना के भैसवार निवासी संतोष से हुई. संतोष को बच्चा नहीं हुआ तो रामलखन ने दस साल पहले बाराबंकी की वंदना से दूसरी शादी कर ली. वंदना से तीन बच्चे हुए. संतोष गदनखेड़ा में किराए पर रहती थी. उसे रामलखन छह हजार रुपये हर माह देता था. रामलखन ने वंदना और बच्चों को दूसरे मकान में रखा. राम लखन ने इसी साल इंदिरा नगर में मकान बनवाया . यह बात संतोष को नागवार गुजरी. वह वहीं रहने की जिद करने लगी. रामलखन ने उसे एक कमरा दे दिया. पर संतोष, वंदना झगड़ने लगीं. प्रभारी एसपी शशिशेखर सिंह ने बताया कि उसी रात रामलखन ने वंदना के साथ संतोष की गमछे से गला घोटकर मार डाला. पूरी रात शव कमरे में रखा. सुबह टैंक खुदवाने के बहाने चार मजदूरों से गड्ढा खुदवाया. रात को गड्ढे में संतोष दफन कर यूनिट लौट गया. पत्नी की हत्या कर रामलखन यूनिट पहुंचा. उसने यूनिट के कर्नल को पूरी बात बता दी. कर्नल ने उन्नाव सदर कोतवाली पुलिस को सूचना दी