महाराष्ट्र के अहमदनगर में भड़की हिंसा, पांच घायल

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शेवगांव में एक जुलूस को लेकर भड़की हिंसा में पांच लोग घायल हो गए. पथराव में कई दुकानें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी.
एक अधिकारी ने बताया कि रविवार रात हुई घटना के बाद पुलिस ने अब तक 32 लोगों को हिरासत में लिया और 150 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अहमदनगर जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर शेवगांव गांव में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
अधिकारी ने कहा कि पथराव के दौरान कई दुकानें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. उन्होंने कहा कि राज्य रिजर्व पुलिस बल और दंगा नियंत्रण दस्ते सहित भारी पुलिस बल गांव में तैनात है. पुलिस के अनुसार, स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है. श्रीरामपुर मंडल के पुलिस उपाधीक्षक संदीप मेटके शेवगांव पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया.
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मामले को लेकर कहा, ‘अकोला और अहमदनगर में शांति है. ये तनाव राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा करने के लिए जानबूझकर किसी के द्वारा पैदा किए जा रहे हैं लेकिन वे सफल नहीं होंगे क्योंकि हम उन्हें नहीं बख्शेंगे. कुछ हद तक यह राजनीति से प्रेरित है और इसके पीछे कुछ संगठन हैं.’
अहमदनगर में जुलूस के दौरान हुई हिंसा
14 मई की रात को अहमदनगर के शेवगांव में दो पक्षों के बीच पथराव हुआ. दरअसल, छत्रपति संभाजी महाराज जयंती के अवसर पर रात 8 बजे शोभायात्रा निकाली गई थी, तभी अचानक एक समूह ने पथराव कर दिया. दूसरे समूह के मुताबिक, पहले धार्मिक स्थल पर पथराव किया गया, जिसके जवाब में जुलूस पर पथराव किया. इसको लेकर दोनों पक्षों में पथराव होना शुरू हो गया.
अफरातफरी के बीच लोगों को अपनी दुकानें बंद करनी पड़ी. वहीं, भीड़ ने तोड़फोड़ की और कुछ दुकानों पर भी हमला किया. स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस मामले में अब तक 102 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. राज्य रिजर्व पुलिस बल की 2 यूनिट इस समय शेवगांव में तैनात हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
अकोला. महाराष्ट्र के अकोला शहर में दो गुटों के बीच झड़प के मामले में अब तक 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया. झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो पुलिसकर्मियों समेत नौ अन्य घायल हो गए. अकोला के एसपी संदीप घुगे ने सोमवार को कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं, जबकि कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई और शांति बहाल की गई है. पुलिस अधिकारी ने कहा दो गुटों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की. उन्होंने कहा कि अनियंत्रित भीड़ ने हिंसा के दौरान कुछ वाहनों में भी आग लगा दी.
कुछ ऐसे संगठन और लोग हैं, जो चाहते हैं कि राज्य अस्थिर रहे पर सरकार उन्हें सबक सिखाएगी. दंगा भड़काने वालों को बेनकाब किया जाएगा. -देवेंद्र फडणवीस , उपमुख्यमंत्री, महाराष्ट्र