
नई दिल्ली. थोक महंगाई में तेज गिरावट आई है और यह साढ़े सात साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति मई 2023 में घटकर -3.48 प्रतिशत नीचे आ गई. इससे पहले, नवंबर 2015 में थोक महंगाई -3.37 प्रतिशत पर थी.
खुदरा मुद्रास्फीति मई में 4.25 रही लगातार दूसरे महीने थोक महंगाई शून्य से नीचे रही है. मई 2022 में महंगाई दर 16.73 फीसदी थी. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने कहा कि थोक मुद्रास्फीति में गिरावट की मुख्य वजह खनिज तेल, मूल धातु, खाद्य उत्पाद, कपड़ा, गैर-खाद्य सामान, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, रसायन उत्पादों की कीमतों में कमी आना है. खुदरा मुद्रास्फीति मई में 4.25 रही है.