विश्व शतरंज चैंपियन कार्लसन अपने खिताब की नहीं करेंगे रक्षा
मुंबई, 20 जुलाई पांच बार के विश्व शतरंज चैंपियन मैग्नस कार्लसन ने बुधवार को घोषणा की है कि वह अपने खिताब का बचाव नहीं करेंगे. चेस24 डॉट कॉम डॉट की एक रिपोर्ट के अनुसार, कार्लसन ने खेल की विश्व शासी निकाय एफआईडीई को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है. कार्लसन ने अपना पहला खिताब 2013 में चेन्नई में भारत के विश्वनाथन आनंद को हराकर जीता था.
31 वर्षीय नॉर्वेजियन संन्यास नहीं ले रहे हैं और उन्हें दुनिया में सर्वश्रेष्ठ होने और विश्व चैम्पियनशिप की परवाह नहीं!
अपने खिताब का बचाव नहीं करने के उनके फैसले से चीनी दुनिया नं 2 डिंग लिरेन की हिकारू नाकामुरा के खिलाफ अंतिम दौर के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट की जीत ने उन्हें इयान नेपोम्नियाचची के खिलाफ एक आकर्षक मैच दिलाया.
विश्व नं 1 ने संकेत दिया था कि अगर 19 वर्षीय सनसनी अलीरेजा फिरोजा के अलावा कोई अन्य विश्व चैम्पियनशिप मैच के लिए क्वालीफाई करता है, तो उनके खिताब की रक्षा करने की संभावना नहीं है.
कार्लसन ने कहा, “आखिरकार मैंने लंबे समय तक बहुत सोचा है और अपनी टीम, एफआईडीई और इयान से भी बात की है और फैसला किया कि मैं खिताब की रक्षा नहीं करूंगा.”
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस महीने की शुरूआत में मैड्रिड में एफआईडीई के अधिकारियों को अपने फैसले से अवगत कराया था, जब यह स्पष्ट हो गया था कि इयान नेपोम्नियाचची विश्व चैंपियनशिप के लिए फिर से मैच खेलेंगे.
कार्लसन अपने खिताब से इंकार करने वाले पहले विश्व चैंपियन नहीं हैं. उनसे पहले अनातोली कार्पोव ने 2000 में ऐसा किया था और चीन के होउ यिफान ने भी 2016 में अपने महिला विश्व शतरंज चैम्पियनशिप खिताब की रक्षा करने से इनकार कर दिया था.