
नई दिल्ली . कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ यौन शौषण मामले को लेकर पहलवानों ने एक बार फिर ताल ठोक दी है. मशहूर कुश्ती पहलवान रविवार को फिर से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए. उन्होंने आरोपों को दोहराया और न्याय मिलने तक धरना जारी रखने का ऐलान किया. उधर, सरकारी सूत्रों ने इस विरोध को अनुचित बताया है.
प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रही पुलिस अंतरराष्ट्रीय कुश्ती पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया के साथ बैठे पहलवानों ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. साक्षी ने कहा, सात पहलवान लड़कियों ने शिकायत दी है, लेकिन पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही. यह संवेदनशील मामला है लेकिन इसमें देरी क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी सोमवार को बात करने की बात कह रहे. वहीं पुलिस का कहना है कि हम शिकायत की जांच कर रहे हैं.
साक्षी ने कहा कि पहले लगाए गए आरोपों की जांच के लिए समिति बनाई गई थी, लेकिन जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई है. कमेटी से न वक्त मिल रहा, न जवाब. मलिक ने कहा, पता नहीं बृजभूषण को बचाने में कौन लगा है. रिपोर्ट को लेकर बजरंग ने भी नाराजगी जताई. कहा, तीन माह से कोशिश कर रहे हैं, कोई जवाब नहीं आया.
तीन माह से जांच रिपोर्ट का कर रहे इंतजार
रियो ओलंपिक की पदक विजेता साक्षी ने कहा कि धरने पर बैठना उनकी मजबूरी बन गई है. हमें रिपोर्ट का इंतजार करते हुए तीन माह हो गए हैं. हमें उम्मीद थी कि खेल मंत्रालय हमारा साथ देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हम जहां भी जाते हैं हमसे यही कहा जाता है कि उन्होंने झूठे आरोप लगाए हैं, लेकिन हमने सच की लड़ाई लड़ी है. हम चाहते हैं कि रिपोर्ट को तत्काल सार्वजनिक किया जाए.
विनेश फोगाट प्रेस वार्ता के दौरान जांच में देरी के सवाल पर भावुक हो गई. उन्होंने कहा, समिति क्या कर रही, क्या नहीं, हमें नहीं पता. जब पूछा गया कि पीड़ित क्या कहते हैं तो विनेश ने कहा कि न्याय न मिलने पर पीड़ित क्या बोलेगा. उन्होंने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण के नारको टेस्ट की मांग की.