ब्रह्ममुहूर्त का समय मानसिक शांति और ध्यान के लिए उत्तम माना जाता है। इस समय वातावरण शांत और सकारात्मक होता है, जिससे ध्यान और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

इस समय उठने से शरीर में ताजगी और स्फूर्ति महसूस होती है। शुद्ध वायु का सेवन करने से शरीर ऊर्जावान रहता है।

जल्दी उठने से दिनचर्या समय पर होती है, जिससे पाचन तंत्र बेहतर तरीके से कार्य करता है। इस समय पानी पीना पाचन को भी लाभ पहुंचाता है।

योग और ध्यान करने के लिए ब्रह्ममुहूर्त सबसे अच्छा समय माना गया है। इस समय साधना करने से आध्यात्मिक उन्नति होती है।

इस समय का वातावरण शांत होता है, जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। सुबह की ताजगी मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है।

सुबह के इस शांत समय में दिमाग सबसे अधिक रचनात्मक और प्रोडक्टिव होता है, जिससे कार्य क्षमता में वृद्धि होती है।

प्राचीन योग शास्त्रों के अनुसार, ब्रह्ममुहूर्त में उठने से शरीर की प्राकृतिक घड़ी सही रूप से काम करती है, जिससे स्वास्थ्य और दीर्घायु प्राप्त होती है।

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