
दिल्ली चुनाव 2025: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना नदी में अमोनिया के बढ़ते स्तर को लेकर दिए गए 14 पृष्ठों के जवाब से चुनाव आयोग संतुष्ट नहीं है। आयोग ने उन्हें एक और मौका दिया है कि वे स्पष्ट, सटीक और तथ्यों सहित जानकारी प्रदान करें।
- अस्वीकृत स्पष्टीकरण: चुनाव आयोग ने केजरीवाल से कहा कि वे यमुना में जहर घोलने के अपने आरोप को अन्यायिक रूप से हरियाणा सरकार से नहीं जोड़ें। आयोग ने मांग की है कि केजरीवाल यमुना के प्रदूषण के प्रकार, मात्रा, और इसके कारण की स्पष्ट जानकारी दें।
- आयोग का निर्देश: केजरीवाल को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक जानकारी देने के लिए कहा गया है। दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारियों को यमुना में जहर का पता लगाने और इसकी जानकारी साझा करने के लिए कहा गया है। यदि केजरीवाल इस जानकारी का सही पालन नहीं करते हैं, तो आयोग इस मामले में उचित निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगा।
- केजरीवाल का उत्तर: बुधवार को केजरीवाल ने चुनाव आयोग को उत्तर दिया था कि भाजपा शासित हरियाणा राज्य से आ रहा कच्चा पानी अत्यधिक दूषित और जहरीला है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि लोगों को इस तरह के दूषित पानी का सेवन करने दिया गया, तो यह गंभीर स्वास्थ्य खतरों का कारण बन सकता है।
चुनाव आयोग का यह कदम केजरीवाल और उनकी सरकार के लिए राजनीतिक चुनौती बढ़ा सकता है, खासकर चुनावी माहौल में। आयोग की मांग और केजरीवाल का जवाब इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाते हैं और दोनों पक्षों के बीच के तनाव को और बढ़ाते हैं।