
शेष ऊर्जा शिक्षा उद्यानों में स्थापना कार्य प्रगतिरत्।
बिजली बिल में होगी भारी बचत और पर्यावरण
संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा..
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में राज्य सौर ऊर्जा की दिशा में अग्रसर हो रहा है। इसी परिकल्पना को साकार करते हुए क्रेडा के अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी एवं राजेश सिंह राणा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी के संवेदनशील एवं दूरदर्शी नेतृत्व में क्रेडा द्वारा प्रदेश में रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, कबीरधाम, बस्तर, कोटमीसोनार (जांजगीर-चांपा) एवं पाटन में 07 ऊर्जा शिक्षा उद्यानों की स्थापना की गई है एवं उनका सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। उक्त स्थापित उद्यानों में आम जनता एवं बच्चों के मनोरंजन सह शिक्षा के उद्देश्य से पारंपरिक तथा अपारंपरिक ऊर्जा स्त्रोंतो के तकनीकी ज्ञान हेतु विभिन्न प्रदर्शन मॉडल्स एवं मनोरंजन हेतु विभिन्न उपकरणों के साथ-साथ सुन्दर फव्वारें व प्रदर्शन विथिकाएं एवं खेल/फिटनेस हेतु गेमजोन, ओपन जिम इत्यादि स्थापित है। ऊर्जा शिक्षा उद्यानों का प्रमुख उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ अपारंपरिक ऊर्जा, विज्ञान आदि की जानकारी का प्रचार-प्रसार एवं शालेय विद्यार्थियों के ज्ञान का संवर्द्धन भी है, अतः इन ऊर्जा शिक्षा उद्यानों का उन्नयन एवं पुनरूद्धार किया जाकर इन्हें बेहतर अवस्था में संचालित व संधारित किया जा रहा है।
भारत सरकार द्वारा ‘‘नेट जीरो मिशन’’ को दृष्टिगत रखते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी के मंशानुसार प्रदेश के सभी ऊर्जा शिक्षा उद्यानों के विद्युत खपत को ऑनग्रिड सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना कर नेट जिरो करने की ओर कदम अग्रसर किये गये है।
क्रेडा द्वारा उद्यानों में स्थापित विद्युत उपकरणों एवं लाईटों को सौर ऊर्जा से संचालित किये जाने के उद्देश्य से पूर्व में ऊर्जा शिक्षा उद्यान, राजनांदगांव एवं ऊर्जा शिक्षा उद्यान, बिलासपुर में 50-50 कि.वॉ. क्षमता के सौर संयंत्रों की स्थापना की गई है, जिससे ऊर्जा शिक्षा उद्यानों में बिजली के बिल में कमी आयी है एवं लोगो का ध्यान सौर ऊर्जा की ओर आकर्षित हुआ है। इसी क्रम में क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेश सिंह राणा के मार्गदर्शन में वर्तमान में उद्यान में स्थापित सभी उपकरणों एवं लाईटों को सौर ऊर्जा से संचालित किये जाने हेतु निम्न 06 ऊर्जा शिक्षा उद्यानों में विभिन्न क्षमता के ग्रिड कनेक्टेड सौर संयंत्र स्थापनाधीन है, जिसका विवरण निम्नानुसार हैः-
क्र. ऊर्जा शिक्षा उद्यान का नाम जिला सौर संयंत्र की क्षमता
(कि.वॉ. में)
1 ऊर्जा शिक्षा उद्यान, रायपुर 30.00
2 ऊर्जा शिक्षा उद्यान, बिलासपुर 20.00
3 ऊर्जा शिक्षा उद्यान, कबीरधाम 06.00
4 ऊर्जा शिक्षा उद्यान, बस्तर 05.00
5 ऊर्जा शिक्षा उद्यान, जांजगीर-चांपा 02.00
6 ऊर्जा शिक्षा उद्यान, दुर्ग 35.00
कुल – 98 कि.वॉ.
उपरोक्त तालिका अनुसार ऊर्जा शिक्षा उद्यानों में कुल 98.00 कि.वॉ. क्षमता के नवीन ऑनग्रिड सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना से 01 लाख 50 हजार यूनिट वार्षिक बिजली का उत्पादन होना अनुमानित है तथा 127 टन कार्बन उर्त्सजन में कमी आयेगी एवं बिजली बिल में राशि रू. 10.50 वार्षिक बचत होगी।
इस पहल का उद्देश्य न केवल ऊर्जा शिक्षा उद्यान के बिजली बिल को निरंक करना है अपितु उद्यान में आने वाले पर्यटकों/आगन्तुकों को गैर पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत आधारित सौर संयंत्रों के स्थापना हेतु जागरूक एवं प्रोत्साहित करना है। जिससे अधिक से अधिक मात्रा में आम जनों द्वारा सौर संयंत्रों की स्थापना की जावेगी।