
रायपुर। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के मुख्यालय सारंगढ़ में विगत दिवस 7 एवं 8 अक्टूबर को क्रमशः कलेक्टर सभाकक्ष एवं परियोजना कार्यालय में कलेक्टर संजय कन्नौजे, एडिशनल कलेक्टर प्रकाश सर्वे तथा कलेक्ट्रेट में पदस्थ व विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय/ ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों -कर्मचारियों की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन आयोग की सचिव डॉ अभिलाषा बेहार की उपस्थिति में जिला सारंगढ़ में किया गया . आमंत्रित अतिथि विद्वान भाषाविद वक्ताओं डॉ सुधीर शर्मा व डॉ चितरंजन कर के द्वारा छत्तीसगढ़ी में काम काज पत्र व्यवहार एवं लिखित रूप में भी कार्य करने हेतु आवश्यक सुझाव दिया गया. भाषा और आम जन से जुड़ाव का महत्व बताते हुए वक्ता डॉ. सुधीर शर्मा जी ने छत्तीसगढ़ी ले लालित्व, मिठास और आत्मीयता की भावना को रेखांकित करते हुए बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां एवं छत्तीसगढ़ी में कार्य व्यवहार के अनेकों शब्द कोषों पर प्रकाश डालते हुए छत्तीसगढ़ी के इतिहास और सक्षमता पर भी चर्चा करते हुए व्याकरणिक महत्ता पर विचार व्यक्त किये .उक्त प्रशिक्षण में माननीय कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे जी ने भी छत्तीसगढ़ी में अपने उद्बोधन दिया एवं सरकारी कार्य व्यवहार में उपयोग करने हेतु सभी अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए पहल करने हेतु प्रेरित किया. छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग की सचिव अभिलाषा बेहार ने छत्तीसगढ़ी साहित्य एवं भाषा की समृद्धता पर बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां दी ,साथ ही आयोग के विभिन्न योजनाओं के तहत किताब प्रकाशन एवं विमोचन की विस्तार से जानकारी प्रदान की |
द्वितीय दिवस 8 अक्टूबर का प्रशिक्षण सह कार्यशाला जिला परियोजना कार्यालय में सम्पन्न हुआ जहाँ जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग , जिला शिक्षाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति रही .जहाँ वक्ता प्रशिक्षक के रूप में भाषाविद प्रोफेसर डॉ.चितरंजन कर ने बहुत ही गूढ़ महत्वपूर्ण विषयों पर छत्तीसगढ़ी का महत्व बताया. उन्होंने कहा कि भाषा सम्प्रेषण हेतु होती है. अतः व्यक्ति अपनी भाषा में संवाद करने में अधिक सहजता एवं सरलता का अनुभूति करता है. आम तौर पर ग्रामीण अंचल के किसान वर्ग के लोग अपनी बोली और स्थानीय भाषा मे वार्तालाप करने में अधिक सहजता महसूस करते हैं. इसलिए बोलचाल के साथ कार्य व्यवहार में इसे अधिक से अधिक उपयोग करने हेतु उन्होंने अपने विचार रखे .प्रशिक्षण के प्रथम दिवस कलेक्टर सभागार में जिले के कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ,अपर कलेक्टर प्रकाश सर्वे ,डिप्टी कलेक्टर सुश्री मधु गबेल , जिला कार्यक्रम अधिकारी बृजेंद्र सिंह ठाकुर सहित जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति रही. इसी प्रकार परियोजना कार्यालय, सारंगढ़ में द्वितीय दिवस को आयोजित प्रशिक्षण में जिला शिक्षाधिकारी जे.आर.डहरिया , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एफ.आर निराला ,महिला बाल विकास विभाग से वृजेन्द्र सिंह ठाकुर ,वन विभाग से वन मंडलाधिकारी सहित सौ अधिकारियों/कर्मचारियों की उपस्थिति रही |