
ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर खालिस्तानी समर्थकों ने भारत विरोधी घटना को अंजाम दिया. बुधवार को ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास को बंद करने के लिए मजबूर कर दिया है. यहां खालिस्तान जिंदाबाद और हिंदू विरोधी नारेबाजी भी की गई.
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के अनुसार, क्वीसलैंड पुलिस ने कहा कि यह एक अनाधिकृत भीड़ थी, जिसने बिना किसी इजाजत के भारतीय दूतावास के बाहर सभा का आयोजन किया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तान समर्थक झंडे, पोस्टर और बैनर लेकर यहां पहुंचे. उन्होंने दूतावास में प्रवेश कर रहे लोगों को रोक दिया. यहां जरूरी काम से आए क्वींसलैंड के परविंदर सिंह ने कहा कि हंगामे के कारण वो अंदर नहीं जा सके. क्या अब ये खालिस्तानी हमें बताएंगे कि ऑस्ट्रेलिया में हमें कैसे रहना है? पुलिस और सरकार को इन लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने दिया था भरोसा
भारत दौरे पर आए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने पीएम मोदी को भरोसा दिया था कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगी कि शांति और सद्भाव बना रहे. दोनों देशों के प्रमुख के बीच प्रवासी भारतीयों से संबंधित मुद्दों और खालिस्तान समर्थक संगठनों पर भी बात हुई थी. इस दौरान पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय और मंदिरों को निशाना बनाने वाली तोड़-फोड़ और हिंसा की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की थी.