
श्रीनगर. कड़ी सुरक्षा के बीच जी-20 पर्यटन कार्यसमूह का सम्मेलन सोमवार से शुरू हो गया. तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में सदस्य देशों के 61 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. इसके जरिये भारत का मकसद दुनिया को कश्मीर की खूबसूरती से रूबरू कराना है. भारत इस साल जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. ऐसे में घाटी में हो रहे इस सम्मेलन पर पूरी दुनिया की नजर है.
सम्मेलन डल झील के किनारे स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हो रहा है. सितंबर, 1986 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए वनडे क्रिकेट मैच के बाद यह पहला अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है, इसलिए पूरे श्रीनगर में सुरक्षा अभूतपूर्व प्रबंध किए गए हैं. कन्वेंशन सेंटर के आसपास एनएसजी और नौसेना के मरीन कमांडो गश्त कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जी-20 सम्मेलन को विश्व के सामने खुद को प्रदर्शित करने का जम्मू-कश्मीर के लिए एक मौका करार दिया.

कश्मीर और फिल्म इंडस्ट्री के रिश्तों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि घाटी में 370 फिल्मों की शूटिंग हुई है. उन्होंने कहा कि फिल्म शूटिंग के लिए पूरी दुनिया में कश्मीर से बेहतर जगह नहीं हो सकती. जितेंद्र सिंह ने आतंकवाद के वक्त कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए कहा कि यहां इस्लामाबाद के कहने पर लाल चौक पांच-पांच दिन तक बंद रहता था. पर स्थिति बदल गई है. कश्मीर के युवा विकास से जुड़ना चाहते हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए यह सम्मेलन अहम भूमिका निभाएगा.
जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने कश्मीर को फिल्म और रोमांस की सबसे बेहतरीन जगह करार दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर में फिल्मों और स्थानों की शूटिंग को आसान बनाएगी. ताकि सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया से लोग फिल्म की शूटिंग करने के लिए भारत और खासकर कश्मीर आए. देश की कई बेहतीन फिल्म कश्मीर में बनाई गई है.
फिल्म की शूटिंग के लिए कश्मीर बेहतरीन जगह जी-20 के पर्यटन कार्य समूह की बैठक की शुरुआत के अवसर पर भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने सोमवार को कहा कि फिल्मों की शूटिंग के लिए कश्मीर बेहतरीन जगह है. इस मौके पर उन्होंने कश्मीर में फिल्माई गई कश्मीर की कली, जब जब फूल खिले, और बॉबी फिल्म का भी जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी अपनी अनूठी प्राकृतिक खूबसूरती के कारण फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करती रही है, क्योंकि यहां सभी के लिए कुछ न कुछ है. कांत ने कहा, कश्मीर सिर्फ एक घूमने-फिरने की जगह नहीं है, बल्कि एक अनूठा अनुभव है. अल्पाइन के जंगलों, नदियों और झरनों आदि के कारण यह एक अद्भुत पर्यटन स्थल है. कश्मीर से बेहतर कोई जगह नहीं है, क्योंकि यहां सभी के लिए कुछ न कुछ है. इसमें सब कुछ है.
बैठक से लाभ
श्रीनगर में जी-20 बैठक से भारत सहित पूरी दुनिया के पर्यटकों में कश्मीर को लेकर भरोसा बढ़ेगा. आतंकवाद की वजह से फिल्म की शूटिंग करने से लोग डरते थे, पर अब अंतरराष्ट्रीय बैठक हो रही है. इससे जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और फिल्म शूटिंग को बढ़ावा मिलेगा.