
अहमदाबाद. बिपारजॉय चक्रवात ने गुरुवार को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ इलाकों में दस्तक दे दी, लेकिन सेना और एनडीआरएफ के प्रयासों से बड़ी आफत टल गई. गुजरात के तटीय इलाकों में 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. हालांकि, तटीय इलाकों में बड़े नुकसान की कोई सूचना नहीं है.
इससे पहले, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि गुजरात तट पर चक्रवात बिपारजॉय ने शाम 4.30 बजे दस्तक दी और इसके टकराने की प्रक्रिया मध्यरात्रि तक पूरी होगी.
केंद्रीय गृहमंत्री ने बैठक की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चक्रवात की स्थिति को देखते हुए बैठक की. इसमें गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी समेत एनडीआरएफ के डीजी और अन्य बचाव दल प्रमुख मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने राहत और बचाव कार्य से जुटे सभी जरूरी सुरक्षा निर्देश जारी करने का आदेश दिया.
कोई जनहानि नहीं गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष सांघवी ने कहा, गुजरात पुलिस, एनडीआरएफ और सेना की टीम द्वारका के विभिन्न हिस्सों में गिरे पेड़ों और खंभों को हटाने का काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि शाम सात बजे तक चक्रवात संबंधी घटनाओं के कारण मौत की कोई खबर नहीं थी.
तेज हवा के कारण पेड़-खंभे उखड़े, कई घायल
- गुजरात के आठ तटीय जिलों में रह रहे करीब 94 हजार लोगों को अस्थायी शिविरों में भेजा
- द्वारका जिले में घर, दुकानों पर लगी टिन की चादरें उड़ीं. खंभे उखड़े. पेड़ गिरने से तीन घायल
- द्वारका, ओखा, नलिया, भुज, पोरबंदर और कांडला में देर रात तक भारी बारिश होती रही
- चक्रवात का असर करीब दर्जन भर राज्यों में देखा जा रहा है. तेज बारिश की आशंका