
वाराणसी . ज्ञानवापी परिसर के वैज्ञानिक सर्वे के तीसरे दिन रविवार को एएसआई टीम की जांच मस्जिद के गुंबदों, व्यास जी के तहखाने में मिले मंदिरों के अवशेषों एवं आकृतियों पर केंद्रित रही. इन सभी की कई पहलुओं से मैपिंग, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी हुई.
हिंदू पक्ष ने दावा किया कि रविवार को ज्ञानवापी परिसर की चारो दिशाओं, दीवारों और सतह की मापी पूरी हो गई. टीम अब उनके पुरातात्विक विश्लेषण पर फोकस कर रही है. दूसरी तरफ, ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंध देखने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने सर्वे के संबंध में गलत बातें फैलाने का आरोप लगाते हुए बायकॉट करने की चेतावनी दी. सर्वे में शामिल वादी-प्रतिवादी एवं उनके अधिवक्ता सर्वे के बाबत कुछ कहने या टिप्पणी करने से बचते रहे. हिंदू पक्ष के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने सिर्फ यही बताया कि एएसआई टीम रविवार को गुंबदों की विस्तृत जांच के लिए ज्ञानवापी ढांचे की छत पर भी पहुंची. गुंबद की आंतरिक,बाहरी संरचना की जांच हुई. इस दौरान आसपास सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे.
त्रिशूल या मूर्ति मिलने की बात गलत मुस्लिम पक्ष
मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता मुमताज अहमद ने रविवार को कहा कि सर्वे और मस्जिद के संबंध में अफवाह फैलाई गई है. सर्वे में कोई भी मूर्ति या त्रिशूल नहीं मिला है. शनिवार को हिंदू पक्ष ने दावा किया था कि सर्वे में मूर्ति और त्रिशूल के साथ ही हिंदू प्रतीक चिह्न मिले हैं. हालांकि, इस संबंध में एएसआई ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.