
मुंबई. गणेशोत्सव के लिए कोंकण जाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है. यह स्पष्ट करते हुए कि कोई भी इस पर मालिकाना हक का दावा नहीं कर सकता. हाई कोर्ट ने वेब सीरीज ‘देवक केयर’ के प्रदर्शन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. कोर्ट के फैसले से वेब सीरीज के प्रसारण का रास्ता साफ हो गया है. नेविग्स स्टूडियो प्रा. लि. ने दावा किया है कि उसने इसकी पटकथा चुरा ली है. निर्माताओं ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और वेब सीरीज पर रोक लगाने की मांग की थी.
जज ने कहा कि याचिकाकर्ता मालिकाना हक के उल्लंघन के ठोस सबूत पेश नहीं कर पाए हैं. मनीष पितले की एकलपीठ ने याचिकाकर्ताओं को समझाया और राहत देने से इनकार कर दिया. याचिकाकर्ताओं ने ‘गणपति’ शीर्षक वाली कहानी पर स्वामित्व का दावा किया था. वेब सीरीज गणेशोत्सव के लिए अपने परिवार के साथ कोंकण जाने वाले एक परिवार की यात्रा को दर्शाती है ताकि गणेशोत्सव के अवसर पर अपने बिछड़े हुए परिवार को फिर से मिल सके. गणेशोत्सव के लिए चकरमणि परिवारों के साथ कोंकण जाने की परंपरा बहुत पुरानी है. अदालत ने आदेश में कहा, इसलिए, कोई भी इससे संबंधित विचार पर स्वामित्व का दावा नहीं कर सकता है. याचिकाकर्ताओं ने यह भी दावा किया कि श्रृंखला के निर्देशकों ने कलाकारों के अनुबंध का उल्लंघन किया है. प्रतिवादियों ने उनकी कहानी से स्पष्ट रूप से दृश्य और संवाद चुराए हैं, जिसमें एक पात्र ने एक बिंदु पर मोडा को श्मोमोर के रूप में संदर्भित किया है. याचिकाकर्ताओं ने गोपनीयता के हनन का आरोप लगाया है क्योंकि वह दृश्य, पूजा के दौरान गराहेन गीत का दृश्य, वेब श्रृंखला के अंत में एकालाप भी चोरी हो गया था.