
प्रयागराज के राजीव नयन ने सिपाही भर्ती और आरओ-एआरओ परीक्षा के पेपर लीक मामले में मुख्य भूमिका निभाई थी. मेरठ एसटीएफ ने राजीव नयन से रविवार को घंटों पूछताछ की. उसने खुलासा किया कि कैसे तीनों राज्यों में फैले नेटवर्क से पेपर लीक करके उसने करोड़ों रुपये कमाए.
एसटीएफ के अनुसार, रविवार को राजीव ने पूछताछ में बताया कि यूपी, मध्य प्रदेश और गुजरात में सेटिंग करके उसने पेपर लीक किया. उसने बताया कि कैसे अहमदाबाद स्थित प्रिंटिंग प्रेस से सिपाही भर्ती का पेपर लीक किया और उसे बेचा. इसी तरह आरओ-एआरओ परीक्षा के लिए उसने भोपाल में रहने वाले अपने साथी सुभाष प्रकाश की मदद ली.
सुभाष ने भोपाल से उसे 10 फरवरी को पेपर दिया था. 11 फरवरी को लोकसेवा आयोग ने परीक्षा आयोजित की थी. इन तथ्यों की जानकारी के बाद एसटीएफ उसके बयानों का सत्यापन करा रही है. राजीव नयन ने इससे पहले खुलासा किया था कि सिपाही भर्ती के करीब 300 अभ्यर्थियों को रीवा स्थित रिजॉर्ट ले जाकर पेपर को हल कराकर रटवाया था.
इसी तरह आरओ-एआरओ परीक्षा का पेपर मिलने के बाद नैनी स्थित आरोग्यम हॉस्पिटल में करीब 50 अभ्यर्थियों को पेपर हल कराकर रटवाया गया था. इसकी जांच के लिए एसटीएफ राजीव को लेकर प्रयागराज व रीवा आएगी.