
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के जमुई में कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जो आदिवासी कल्याण और समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर 6,640 करोड़ रुपये की योजनाओं का अनावरण किया, जिसमें बुनियादी ढांचे में सुधार, युवाओं के लिए प्रशिक्षण, और रोजगार के अवसरों का सृजन शामिल है।
इस मौके पर पीएम मोदी ने एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया। उन्होंने “धरती आबा, जनजातीय ग्राम, उत्कर्ष अभियान” की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य 60,000 से अधिक आदिवासी गांवों का विकास करना है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों के बजट को 25,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख करोड़ रुपये किया है। उन्होंने कहा कि आदिवासी गांवों में 80,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा ताकि सुविधाओं, प्रशिक्षण और रोजगार के अवसरों का विस्तार हो सके।
उन्होंने पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने आदिवासी समुदायों की अनदेखी की, लेकिन भाजपा सरकार ने उनकी विरासत और विकास को प्राथमिकता दी है। उन्होंने रांची में बिरसा मुंडा संग्रहालय की स्थापना और आदिवासी कला-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाने का भी उल्लेख किया।