
कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें 91.50 रुपये कम कर दी गई है. जिसके बाद अब 19 किलोग्राम का सिलेंडर दिल्ली में 2,028 रुपये में मिलेगा. वहीं घरेलू सिलेंडर की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. पेट्रोलियम और तेल कंपनियों ने इस साल एक मार्च को कमर्शियल एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में 350.50 रुपये प्रति यूनिट और घरेलू एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में 50 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की थी. इससे पहले 1 जनवरी को कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई थी.
कमर्शियल सिलेंडर के दाम पिछली बार पिछले साल 1 सितंबर को 91.50 रुपये कम किए गए थे. 1 अगस्त 2022 को भी कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 36 रुपये की कटौती की गई थी. इससे पहले 6 जुलाई को 19 किलोग्राम के कमर्शियल सिलेंडर की दरों में 8.5 रुपये प्रति यूनिट की कटौती की गई थी.
घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है. 14.2 किलो के घरेलू सिलेंडर की दिल्ली में इंडेन के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 1,103 रुपये है. वहीं मुंबई में 1112.5 रुपये, कोलकाता में 1129 रुपये और चेन्नई में 1,118.5 रुपये में है.
ऐसे तय होती है एलपीजी की कीमत
रसोई गैस की कीमत का हर महीने रिव्यू होता है. जिसमें रसोई गैस का इंपोर्ट खर्च, पैरिटी प्राइस (IPP) के फॉर्मूले से तय होती है. भारत में रसोई गैस ज्यादातर आयात पर निर्भर है इसलिए इसमें गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतों का असर होता है. भारत में रसोई गैस का बेंचमार्क सऊदी अरामको की एलपीजी कीमत है. गैस की कीमत में एफओबी, ढुलाई, इंश्योरेंस, कस्टम ड्यूटी और इंपोर्ट ड्यूटी भी लगाई जाती है.
सरकार ने दी है उज्ज्वला लाभार्थियों को राहत
सरकार ने इस महीने की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की ऊंची कीमतों को देखते हुए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के तहत 200 रुपये प्रति एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी को एक साल के लिए बढ़ा दिया है. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा था कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने पीएमयूवाई के लाभार्थियों को प्रदान किए जाने वाले प्रति वर्ष 12 रिफिल तक के लिए 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की सब्सिडी को मंजूरी दी है. सब्सिडी सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाती है.