
नई दिल्ली . केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी वाहनों की सुरक्षा के लिए 22 अगस्त को भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (बीएनसीएपी) को शुरू करेंगे. इसी के साथ भारत दुर्घटना परीक्षण (क्रैश टेस्ट) नियमों को लागू और वाहनों को सुरक्षा रेटिंग देने वाला पांचवां देश बन जाएगा.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जून-2022 में बीएनसीएपी के मसौदे को मंजूरी दी थी. इसमें वाहनों को दुर्घटना परीक्षण (क्रैश टेस्ट) में उनके प्रदर्शन के आधार पर स्टार रेटिंग दी जाएगी. बीएनसीएपी में तीन कड़े मानकों पर सुरक्षा रेटिंग दी जाएगी. मानकों को भारतीय परिवेश और नियमों का समावेश करते हुए तैयार किया गया है.
इन वाहनों पर लागू होगा बीएनसीएपी कुल 3.5 टन से कम वजन वाली श्रेणी में एम-1 के अनुमोदित वाहनों पर लागू होगा. ये वाहन देश में बने या आयातित हो सकते हैं.
इन देशों में पहले से लागू
भारत समेत दुनियाभर में कारों की सुरक्षा पर वाहन निर्माता कंपनियां विशेष ध्यान दे रही हैं. अमेरिका, चीन, जापान और साउथ कोरिया ने अपने कार क्रैश सेफ्टी प्रोग्राम लागू किए हैं. मौजूदा समय में एसियन एनकैप, यूरो एनकैप, एएनकैप और ग्लोबल एनकैप कारों को सेफ्टी रेटिंग देती हैं.
ग्राहकों और कंपनियों को फायदा
इससे ग्राहकों को स्टार-रेटिंग के आधार पर ज्यादा सुरक्षा वालों कारों को चुनने का विकल्प मिल सकेगा. नई व्यवस्था से स्थानीय कार निर्माताओं को भी मदद मिलेगी. वे अपने वाहनों का क्रैश टेस्ट भारत में ही करवा सकेंगे. अभी वाहनों को विदेश भेजना पड़ता है, जहां ऐसा परीक्षण काफी महंगा पड़ता है.