
छत्तीसगढ़ की समृद्धि और जनकल्याण की कामना को लेकर पंडरिया विधायक भावना बोहरा इन दिनों 151 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा पर हैं, जो अमरकंटक से भोरमदेव मंदिर पहुँचने के बाद समापन होगा। शिवभक्ति में लीन इस यात्रा का बुधवार को चौथा दिन रहा, जिसमें घने जंगल, उबड़-खाबड़ रास्ते और उफनती नदियों को पार करते हुए वे गौरकांपा पहुंचीं। इस संकल्प यात्रा में भावना बोहरा भगवा वस्त्र धारण कर, कंधे पर कांवड़ लिए और नंगे पांव पदयात्रा कर रही हैं। उनके साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु, समर्थक और कार्यकर्ता भी सम्मिलित हैं। सोशल मीडिया पर उन्होंने एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे कठिन वन-पगडंडियों से गुजरती दिख रही हैं। यह यात्रा संकल्प, साधना और समर्पण का प्रतीक बन गई है।
उफनती नदी में पूजा कर आगे बढ़ी यात्रा
तीसरे दिन वनग्राम महमाई में तेज बारिश के चलते नदी में आई बाढ़ के कारण यात्रा कुछ देर रुकी, लेकिन सुबह विधायक भावना बोहरा और उनके साथ चल रहे करीब 300 कांवड़ियों ने नदी की पूजा-अर्चना कर यात्रा को फिर से शुरू किया।
डॉ. रमन सिंह ने फोन पर दी शुभकामनाएं
इस पुण्य यात्रा को लेकर विधानसभा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने फोन कर भावना बोहरा से बातचीत की और सभी कांवड़ियों को यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस आध्यात्मिक प्रयास को जनआस्था और सेवा का प्रतीक बताया।
ग्रामवासियों ने पुष्पवर्षा कर किया स्वागत
यात्रा के दौरान कांवड़ियों का खुड़िया चौक, दुल्लापुर, डोंगरिया, डिंडौरी, नवरंगपुर, राम्हेपुर और गौरकांपा में भव्य स्वागत किया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं, युवा मोर्चा, विभिन्न हिन्दू संगठनों और स्थानीय शिवभक्तों ने पुष्पवर्षा कर उत्साह से सभी का अभिनंदन किया।
भावना बोहरा ने कहा – यह लोकआस्था की यात्रा है
विधायक भावना बोहरा ने कहा: “यह यात्रा केवल धार्मिक यात्रा नहीं, जनभावनाओं और शिवभक्ति का उत्सव है। माँ नर्मदा के जल के साथ हम भगवान भोलेनाथ के चरणों में छत्तीसगढ़ के सुख, शांति और समृद्धि की प्रार्थना कर रहे हैं। उन्होंने सभी ग्रामवासियों, शिवभक्तों और कार्यकर्ताओं के आत्मीय स्वागत और प्रेम के लिए आभार जताया और कहा कि जनता का स्नेह ही हमारी ऊर्जा है, जो इस कठिन यात्रा को भी आनंदमय बना देता है।
यह यात्रा बन रही है आस्था और संस्कार की मिसालशिवभक्ति, लोकसंस्कृति और सेवा के संगम से निकली यह कांवड़ यात्रा सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक शक्ति और सामाजिक एकता का प्रतीक बन चुकी है। भावना बोहरा और उनके साथ चल रहे कांवड़िए नई पीढ़ी के लिए एक मिसाल बन रहे हैं कि श्रद्धा हो, संकल्प हो, और साथ हो, तो हर बाधा पार की जा सकती है।
चुनी गईं थीं उत्कृष्ट विधायक
पंडरिया विधायक भावना बोहरा को हाल ही में उत्कृष्ट विधायक सम्मान से सम्मानित किया गया है। बजट सत्र 2024-25 के अंतिम दिन विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह ने उत्कृष्ट विधायकों की घोषणा की थी। पंडरिया विधायक भावना बोहरा को वर्ष 2024-25 के लिए उत्कृष्ट विधायक का सम्मान मिला है। भावना बोहरा, कवर्धा जिले की पंडरिया विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनी हैं। भावना सामान्य ब्राह्मण परिवार में जन्मी है। भावना कवर्धा जिला के रणवीरपुर गांव की हैं।