
रायपुर: छत्तीसगढ़ में बिटकॉइन घोटाले को लेकर विवाद गर्मा गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गौरव मेहता के घर पर 30 घंटे तक जांच-पड़ताल की। इस दौरान ईडी ने कई जरूरी दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए, जिनमें लैपटॉप और प्रिंटर भी शामिल हैं। ईडी की 8 सदस्यीय टीम ने बैंक ट्रांजेक्शन और अन्य दस्तावेजों की जांच की। इसके साथ ही बैंक अधिकारियों से पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया गया है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू
इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है। बीजेपी नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि इस घोटाले के तार छत्तीसगढ़ से जुड़े हैं और इसमें कांग्रेस नेताओं की संलिप्तता है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी गौरव मेहता के संबंध पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हो सकते हैं।
कांग्रेस से जवाब मांग रही बीजेपी
बीजेपी नेताओं ने कहा कि हर बड़े घोटाले में कांग्रेस और भूपेश बघेल का नाम क्यों सामने आता है। अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि महादेव सट्टा कांड के बाद अब बिटकॉइन घोटाले में भी बघेल का नाम लिया जा रहा है।
बघेल का जवाब
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह गौरव मेहता को नहीं जानते। उन्होंने कहा कि बिटकॉइन केंद्र सरकार के अधीन आता है, और इस मामले में उनका नाम लेने का कोई आधार नहीं है। बीजेपी यदि इसपर मेरा नाम ले रही है तो किस सबूत के साथ ले रही है.बघेल ने इस तरह की बाते करने पर संजय श्रीवास्तव पर मानहानि का केस करने की बात कही।