
रायपुर. छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा 14 अगस्त, 2025 को 18वें कार्यालय स्थापना दिवस का आयोजन न्यू सर्किट हाउस, सिविल लाईन, रायपुर में सुबह 10 बजे से 6 बजे तक किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि थे बृजमोहन अग्रवाल, सांसद लोकसभा क्षेत्र रायपुर, एवं खास पहुना थे. सुनील सोनी, विधायक रायपुर दक्षिण, मोती लाल साहू, विधायक रायपुर ग्रामीण, पुरंदर मिश्रा, विधायक रायपुर उत्तर, अनुज शर्मा, विधायक धरसींवा, विवेक आचार्य, संचालक, संस्कृति एवं राजभाषा शामिल रहे।
कार्यालय स्थापना दिवस में प्रदेश के सभी जिलों से आये छत्तीसगढी एवं अन्य स्थानीय बोलीयों के साहित्यकार प्रतिभागी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा प्रकाशित 10 छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों के किताबो का विमोचन किया गया। विमोचित किये गये किताबे थे, डॉ. सुधीर पाठक की किताब छत्तीसगढ़ के सरगुजिहा लोकगीत, गिरजा शर्मा की किताब जुगनु श्री लोकनाथ साहू “ललकार” की किताब अंतस के भवानी ल जगावय, डॉ. सीमा श्रीवास्तव की किताब कोन डहर जावत हन, श्री अशोक पटेल “आशु” की किताब छत्तीसगढ़ के माटी, श्री राम कुमार वर्मा की किताब जस-गीत झांकी, श्री गणेश्वर आजाद “गर्वेश्या” की किताब आरूग बस्तर, सुमित्रा साहू की किताव छत्तीसगढ़ के प्रमुख पारंपरिक खान-पान, डॉ. अशोक आकाश की किताब आपरेशन एक्के धांव, सरस्वती राजेश साहू की किताब जिनगी के बंशी एवं छत्तीसगढ़ी भाषा के सेवा करने वाले साहित्यकारों का सम्मान किया गया। जिनके नाम क्रमशः डॉ. रमाकांत सोनी, जांजगीर, डॉ. संतराम देशमुख, दुर्ग, गणेश यदु, कांकेर, मनमोहन सिंह ठाकुर, रायगढ़, सनत तिवारी, विलासपुर, श्री हर प्रसाद “निडर” जांजगीर-चाम्पा। इस आयोजन में (पुरखा के सुरता) पद्मश्री कवि डॉ. सुरेन्द्र दुबे के “व्यक्तित्व अउ कृतित्व” के विषय में चर्चा गोष्ठी किया गया, जिसमें वक्ता थे, डॉ. विनय कुमार पाठक (पूर्व अध्यक्ष छ.रा. आ.), रामेश्वर वैष्णव, सरला शर्मा, अरूण निगम, डॉ. सुधीर शर्मा।
कार्यक्रम के संचालनकर्ता थे विजय मिश्रा “अमित” एवं स्वागत भाषण डॉ. अभिलाषा बेहार सचिव, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा किया गया।
समापन सत्र में आमंत्रित अतिथियों/साहित्यकारों द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा एवं अन्य स्थानीय बोली में चर्चा विमर्श एवं काव्य पाठ किया गया।