
बिलासपुर। इंटरनेट मीडिया के प्रभाव में आकर नाबालिग अपराध की ओर बढ़ रहे हैं। इसका रोकथाम जरूरी है। बच्चे समाज का भविष्य हैं। इन्हें समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण जरूरी है। इसके लिए पुलिस काे विशेषज्ञों के मार्गदर्शन को अपनाना चाहिए। ये बातें एसपी रजनेश सिंह ने बिलासागुड़ी में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बच्चों के अधिकारों के संरक्षण और किशोर न्याय अधिनियम (जेजे एक्ट) एवं पोक्सो एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य
कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिस अधिकारियों को बच्चों से संबंधित मामलों में बेहतर तरीके से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करना था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि कम्यूनिटी पुलिसिंग के दौरान पता चला कि इंटरनेट मीडिया के प्रभाव में आने के कारण बच्चे गंभीर अपराध में फंस जाते हैं। ऐसे बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जाना चाहिए। पुलिस अधिकारियों को बच्चों के साथ संवेदनशीलता और समझदारी से पेश आना चाहिए।
पुलिस अधिकारी और यूनिसेफ के विशेषज्ञ रहे मौजूद
कार्यक्रम के दौरान यूनिसेफ के विशेषज्ञों ने प्रशिक्षणार्थियों को जेजे एक्ट और पोक्सो एक्ट के प्रावधानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बच्चों के साथ संवाद करने के तरीके, बच्चों के अधिकारों के संरक्षण, और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों से निपटने के लिए आवश्यक कदमों के बारे में बताया। कार्यक्रम के दौरान रेंज के सभी जिलों के पुलिस अधिकारी और यूनिसेफ के विशेषज्ञ मौजूद रहे ।