
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने वरिष्ठ अधिकारियों और सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ बैठक कर विभागीय कामकाज की समीक्षा की. रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कार्ययोजना पर विचार-विमर्श किया गया. लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने में मैदानी स्तर पर आ रही समस्याओं और उनके निदान पर भी बैठक में चर्चा की गई. श्री सिंहदेव ने इस दौरान गैर शासकीय चिकित्सालयों में हो रही डिलीवरी की रिपोर्टिंग को और सुदृढ़ करने के साथ डॉटा एंट्री में हो रही समस्याओं को जल्द दूर करने के निर्देश दिए.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक जयप्रकाश मौर्य, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक भोसकर विलास संदिपान, सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक चंद्रकांत वर्मा और महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा भी बैठक में शामिल हुए. सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, संभागीय संयुक्त संचालक, जिलों में पदस्थ विभागीय उप संचालक, ज़िला कार्यक्रम प्रबन्धक तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे.
पोषण पुनर्वास केंद्र में बेहतर परिणाम के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समन्वय कर कार्य करने के निर्देश दिए
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बैठक में शिशु और मातृ मृत्यु दर पर प्रभावी नियंत्रण पर जोर दिया. साथ ही उन्होंने मातृत्व स्वास्थ्य की रिपोर्टिंग को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. किसी भी रोग के संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी उन्होंने बल दिया. सिंहदेव ने पोषण पुनर्वास केन्द्रों में बेहतर परिणाम के लिए मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने को कहा. उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों और डॉक्टरों को संवेदनशीलता के साथ काम करने कहा.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने बैठक में सभी जिलों के अधिकारियों से चर्चा कर स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी में आ रही समस्याओं को जाना. उन्होंने अस्पतालों में मेडिकल उपकरणों तथा दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी ली. बैठक में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, गैर-संचारी रोग, पीसीपीएनडीटी एक्ट, ब्लड-बैंक, सिकलसेल प्रबंधन तथा मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना सहित विभिन्न विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा की गई.