
छत्तीसगढ़ को 2026 तक नक्सलमुक्त बनाने के सरकार के लक्ष्य की दिशा में एक और बड़ी सफलता मिली है। मंगलवार को अबूझमाड़ क्षेत्र में सक्रिय 16 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इन सभी पर कुल 70 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वालों में 7 महिला नक्सली भी शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुरिया ने जानकारी दी कि सरेंडर करने वाले सभी नक्सली माड़ डिविजन से जुड़े हैं, जिनमें डिप्टी कमांडर और कंपनी नंबर 6 के सदस्य जैसे महत्वपूर्ण पदाधिकारी भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि अबूझमाड़ क्षेत्र में पुलिस की लगातार कार्रवाई, सर्च ऑपरेशन और नए पुलिस बेस कैंपों की स्थापना से नक्सलियों पर दबाव बढ़ा है। इसका परिणाम यह है कि अब वे हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं।
सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को आर्थिक सहायता, सुरक्षा और पुनर्वास की सुविधा प्रदान की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि हाल ही में अबूझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दो नए पुलिस कैंप स्थापित किए गए हैं, जिससे सुरक्षा बलों की पहुंच दूरस्थ गांवों तक हो गई है। इससे न केवल ग्रामीणों में विश्वास बढ़ा है, बल्कि नक्सली संगठनों की पकड़ भी कमजोर पड़ रही है।