
दुर्ग। जिले में एसटीएफ और छावनी थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में दो अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों बीते 10-12 वर्षों से फर्जी पहचान और दस्तावेजों के सहारे भारत में रह रहे थे। यह गिरफ्तारी कैम्प-02 क्षेत्र में एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें एक महिला और एक पुरुष संदिग्ध रूप से किराये के मकान में रह रहे थे। दरअसल पुलिस को जानकारी मिली थी कि जानकारी प्राप्त हुई कि कैम्प-02 अमन लकड़ी टाल के पास एक किराये के मकान में एक संदिग्ध बांग्लादेशी पुरूष एवं एक महिला अपना मूल पहचान छिपाते हुए फर्जी नाम से रह रहे है। एसटीएफ टीम एवं थाना छावनी पुलिस द्वारा दोनों संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपना नाम मोहम्मद अली शेख पिता ईमान शेख, निवासी बुधाखली गोलाबारी, जिला दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल एवं महिला ने अपना नाम साथी शेख पिता होचन शेख, संदेशखली, गोलाबारी जिला दक्षिण 24 परगना पश्चिम बंगाल को होना बताई। दोनों संदिग्ध बांग्लादेशी महिला पुरूष के कब्जे से प्राप्त दस्तावेज एवं मोबाइल डाटा का विस्तृत विश्लेषण एवं जांच किया गया।
जांच पर पाया गया कि मोहम्मद अली शेख का वास्तविक नाम मोहम्मद अब्दुल रौब हुसैन पिता अब्दुल सत्तार खंदोकर, उम्र 48 वर्ष निवासी गा्रम राजबाड़िया पोस्ट हरिदापोटा, झिकारगाछा, जिला जेस्सोर बांग्लादेश है, जो वर्ष 2012 में भारत बांग्लादेश सीमा को अवैध रूप से पारकर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में रहना एवं वहीं पर हुसैन शेख की लड़की से शादी कर उसकी मदद से मोहम्मद अली शेख के फर्जी नाम से जन्मतिथी बदलकर भारतीय नागरिकता संबंधी फर्जी एवं कूटरचित आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड बनाया जाना पाया गया।