
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने भी सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बृहस्पतिवार को हड़ताल वापस ले ली। एक वीडियो संदेश में फेमा अध्यक्ष डॉ. रोहन कृष्णन ने कहा कि विरोध जारी रहेगा, लेकिन एक अलग रूप में।
उन्होंने कहा कि पहले एक अखिल भारतीय बैठक आयोजित की गई थी और सभी रेजिडेंट डॉक्टरों से काम पर लौटने का अनुरोध किया गया था। बैठक में हमने ओपीडी, आपातकालीन और वैकल्पिक सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट की अपील के बाद इंदिरा गांधी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने आधिकारिक तौर पर अपनी 11 दिन की हड़ताल वापस ले ली थी। वहीं, यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन (यूडीएफए) ने भी कोलकाता में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल स्थगित कर दी।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने 11 दिनों बाद अपनी हड़ताल स्थगित कर दी है। सुप्रीम कोर्ट की अपील के बाद फोर्डा ने हड़ताल अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला किया।
हालाकि, एसोसिएशन ने कहा है कि वह दो सप्ताह में अपनी स्थिति की समीक्षा करेगी। इससे पहले दिन में, देश भर के प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से एक भावपूर्ण अपील करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को काम पर वापस आने के लिए कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘न्याय और चिकित्सा’ को रोका नहीं जा सकता है। इसके अलावा, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वह सभी आवश्यक निर्देश जारी कर रही है। कोर्ट ने उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया।