
नई दिल्ली। भारत ने डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नया मील का पत्थर छुआ है। ब्रॉडबैंड ग्रोथ की वजह से देश में इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 30 जून 2025 तक 1 अरब (1,002.85 मिलियन) को पार कर गई है। यह आंकड़ा मार्च 2025 की तुलना में 3.48 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) की ताज़ा रिपोर्ट में दी गई है।
इंटरनेट उपयोगकर्ताओं का ब्योरा
कुल ग्राहकों में से 4.47 करोड़ के पास वायर्ड इंटरनेट कनेक्शन और 95.81 करोड़ के पास वायरलेस कनेक्शन हैं।
ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर्स की संख्या 3.77% बढ़कर 979.71 मिलियन हो गई।
वहीं, नैरोबैंड ग्राहकों की संख्या घटकर केवल 23.14 मिलियन रह गई।
टेलीफोन और टेलीकॉम डेंसिटी
जून तिमाही में भारत में कुल टेलीफोन ग्राहकों की संख्या 1,218.36 मिलियन दर्ज की गई, जो पिछली तिमाही से 1.46% अधिक है।
इससे देश का कुल दूरसंचार घनत्व 85.04% से बढ़कर 86.09% पर पहुंच गया।
शहरी क्षेत्रों में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 57.94 करोड़ और ग्रामीण क्षेत्रों में 42.33 करोड़ रही।
उपयोग और राजस्व
वायरलेस सेवाओं का मासिक एआरपीयू (Average Revenue Per User) 186.62 रुपए रहा।
प्रति वायरलेस ग्राहक औसतन 16.76 घंटे (MOU) का उपयोग दर्ज किया गया।
जून तिमाही में दूरसंचार क्षेत्र का सकल राजस्व 96,646 करोड़ रुपए रहा, जो पिछली तिमाही से 1.63% कम है।
हालांकि, सालाना आधार पर इसमें 12.34% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
समायोजित सकल राजस्व (AGR) 81,325 करोड़ रुपए रहा, जिसमें 83.62% योगदान एक्सेस सेवाओं का रहा।






