भारत और पाकिस्तान के बीच हालात तनावपूर्ण हैं। इस बीच देश में साइबर वार का खतरा भी बढ़ गया है। साइबर एक्सपर्ट इसे लेकर आशंकित हैं। भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम द्वारा भी एडवाइजरी जारी किए जाने की खबरें हैं। ऐसे में न सिर्फ सरकारी, निजी संस्थानों बल्कि आम लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर लोग हमले से जुड़ी जानकारी, वीडियो, लिंक भी खूब साझा कर रहे हैं। ऐसे में यह खतरा और अधिक बढ़ सकता है। यही वजह है कि न सिर्फ ऐसी सूचनाओं के प्रति सचेत रहने की जरूरत है, बल्कि अनजान वीडियो, लिंक, एपीके फाइल पर भी क्लिक करने से बचना होगा। भले ही ऐसी पोस्ट, वीडियो, लिंक किसी परिचित द्वारा ही क्यों न भेजी जा रही हो। सोशल मीडिया पर अतिउत्साह और लापरवाही भारी पड़ सकती है।
किस तरह हो सकता है साइबर अटैक
किसी लिंक, एपीके (एंड्रायड पैकेज किट) फाइल, वीडियो के जरिए मोबाइल या किसी अन्य डिवाइस को हैक किया जा सकता है।
लिंक के जरिये थर्ड पार्टी एप डाउनलोड कराकर मोबाइल हैक किया जा सकता है।
इससे क्या होगा
आम लोगों पर साइबर अटैक के जरिये डेटा ब्रीच किया जा सकता है।
साइबर अटैक कर डिवाइस हैक करने के बाद इसका उपयोग किसी भी तरह की गलत, भड़काऊ सूचना, डीपफेक वीडियो, फोटो पोस्ट की जा सकती है।
डिवाइस हैक कर लोगों के बैंक खातों को खाली किया जा सकता है।






