
चीन, अमेरिका सहित कई देशों में बढ़ते कोरोना के खतरे को देखते हुए भारत सरकार सतर्क हो गई है. कोरोना पर लगाम लगाने के लिए अब दिल्ली एम्स ने गुरूवार को एडवाइजरी जारी की है. अब अस्पताल के हर स्टॉफ को मास्क पहनना होगा और साथ में कोरोना के निर्देशों का पालन करना होगा. इसके अलावा, एक स्थान पर पांच से अधिक के लोगों के खड़े होने पर पाबंदी लगा दी गई है. कैंटीन में होने वाली भीड़भाड़ से बचने की अपील की गई है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और अमेरिका सहित विश्व के कई देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की और देश में कोविड-19 की ताजा स्थिति की समीक्षा की. मोदी ने अधिकारियों से किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतने को लेकर आगाह किया और कोरोना मामलों की कड़ी निगरानी की सलाह दी. पीएमओ के मुताबिक मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है.
उन्होंने अधिकारियों को विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चल रहे निगरानी उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया. प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया कि सभी स्तरों पर उपकरणों, प्रक्रियाओं और मानव संसाधनों के मामले में तैयारी उच्च स्तर की होनी चाहिए. उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे से संबंधित कोविड विशिष्ट सुविधाओं का लेखाजोखा करने की सलाह दी.
दिल्ली एम्स प्रशास ने परिसर के अंदर मास्क पहनना जरूरी किया है. एम्स प्रशासन ने इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है. प्रशासन की तरफ से जारी एडवाइजरी के मुताबिक एम्स में सबका मास्क पहनना जरूरी होगा. इसके अलावा पांच से ज्यादा लोगों के जमा होने पर भी रोक लगा दी गई है और अलावा कैंटीन में भीड़भाड़ से बचने की अपील की गई है.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने लोगों को टीका लेने तथा भीड़-भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनने की सलाह दी है. उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील की और स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के दिशा-निर्देशों में अब तक कोई बदलाव नहीं किया गया है. पॉल ने कहा, ‘लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना चाहिए. जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है या बुजुर्ग हैं, उन्हें विशेष रूप से इसका पालन करना चाहिए.’