
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और कांग्रेस के खाते सील करने के मामले में अमेरिकी विदेश विभाग की टिप्पणी पर भारत ने फिर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भारत ने कहा कि देश की चुनावी एवं कानूनी प्रक्रिया पर कोई भी बाहरी आरोप स्वीकार्य नहीं है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि जैसा कि आप जानते हैं, बुधवार को भारत ने अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा की गई टिप्पणियों पर अमेरिकी दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष अपनी कड़ी आपत्ति और विरोध दर्ज कराया है. विदेश विभाग की हालिया टिप्पणियां अनुचित हैं. भारत में कानूनी प्रक्रियाएं केवल कानून के शासन द्वारा संचालित होती हैं, जिस किसी का भी लोकाचार समान है, विशेषकर साथी लोकतंत्रों को इस तथ्य की सराहना करने में कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए. जायसवाल ने कहा हमें अपनी स्वतंत्र व मजबूत लोकतांत्रिक संस्थाओं पर गर्व है. हम उन्हें किसी भी प्रकार के अनुचित बाहरी प्रभाव से बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
भारत ने गुरुवार को कहा कि वह बातचीत और राजनय के जरिये रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रोत्साहन जारी रखेगा. जायसवाल ने स्विट्जरलैंड शांति शिखर सम्मेलन में भारत के रुख पर सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की.
रूसी अधिकारियों के संपर्क में सरकार
रूसी सेना में सहायक के रूप में कार्य कर रहे भारतीयों की वापसी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जायसवाल ने कहा भारत सरकार रूसी अधिकारियों के संपर्क में है, जो भारतीय वहां कार्य कर रहे हैं, उनकी जल्द रिहाई के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
बाल्टीमोर में सभी भारतीय सुरक्षित
बाल्टीमोर में जहाज के पुल से टकराने के मामले में प्रवक्ता ने कहा कि इसमें चालक दल के कुल 21 सदस्य सवार थे, जिनमें से 20 भारतीय हैं. सभी सुरक्षित हैं. सिर्फ एक घायल है, जिसे वापस जहाज पर भेज दिया गया है. भारतीय दूतावास लगातार उनके संपर्क में है.