
पिछले फरवरी माह से पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर डटे किसानों ने हाईकोर्ट के आदेशों के बाद दिल्ली मार्च का एलान किया है। इस मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा के गैर-राजनीतिक सदस्य जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर निकलने की घोषणा की है। उनके पास छह महीने का राशन है और उन्होंने केंद्र सरकार से शांति पूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी है।
उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ यह कूच करेंगे, क्योंकि बारिश, गर्मी व सर्दी से बचने के लिए उनके पास एकमात्र विकल्प ट्राली ही होती है। इनमें रेडी टू मूव घर तैयार करवाए हुए हैं। कहा कि कूच में थोड़ा समय लग सकता है, क्योंकि उनको समान समेटने में समय लगेगा।
17 को अंबाला एसपी ऑफिस का करेंगे घेराव
डल्लेवाल ने कहा कि बुधवार को उन्होंने अंबाला एसपी ऑफिस का घेराव करने की भी तैयारी है। वह बुधवार को सुबह अनाज मंडी में एकत्रित होंगे और उसके बाद ही एसपी ऑफिस के लिए कूच करेंगे।
हरियाणा पुलिस अधिकारियों को जांच सौंपना उचित नहीं
किसान नेताओं ने कहा कि शुभकरण सिंह की हत्या की जांच हरियाणा के पुलिस अधिकारियों को सौंपना उचित नहीं है, क्योंकि हरियाणा पुलिस के अधिकारियों पर ही आरोप हैं। यदि आरोपी ही जांच करेंगे तो न्याय मिलने की उम्मीद न के बराबर है।
15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च, 22 जुलाई को दिल्ली में सम्मेलन
डल्लेवाल ने बताया कि 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि देश भर में ये ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। इससे पहले 22 जुलाई को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा का साझा सम्मेलन नई दिल्ली में होगा।