
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने भयंकर तबाही मचाई हुई है। कुल्लू जिले के निरमंड ब्लॉक और मलाणा, तथा मंडी जिले में बादल फटने की घटनाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इन घटनाओं में कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और करीब 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
कुल्लू और मंडी में तबाही
- कुल्लू के निरमंड ब्लॉक और मलाणा में बादल फटना: इन क्षेत्रों में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। कई मकान ध्वस्त हो गए हैं और 20 से अधिक लोग लापता हैं।
- मंडी जिले में बादल फटना: मंडी के पधर और थलटूखोड़ में बादल फटने से भारी तबाही मची है। थलटूखोड़ में नौ लोग लापता हैं और एक शव बरामद हुआ है। 35 लोग सुरक्षित बचा लिए गए हैं।
राहत और बचाव कार्य
मंडी के पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। स्थानीय प्रशासन और रेस्क्यू टीमें प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन सड़कों और रास्तों के टूटने के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है। डीसी अपूर्व देवगन और उनकी टीम पैदल ही घटनास्थल की ओर जा रहे हैं।
- एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें: राहत कार्यों के लिए एसडीआरएफ की टीमें मौके पर रवाना हो गई हैं। एनडीआरएफ को भी मदद के लिए बुलाया गया है, और मंडी जिला प्रशासन ने एयरफोर्स को अलर्ट कर रखा है।
शिमला-कुल्लू सीमा पर स्थिति
शिमला और कुल्लू की सीमा पर भी बादल फटने की घटना से कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यहां भी कई लोगों के लापता होने की खबर है, और राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं।
हिमाचल प्रदेश में बारिश का यह कहर लोगों के लिए भारी मुसीबत बन गया है। प्रशासन और रेस्क्यू टीमें पूरी कोशिश कर रही हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके और प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई जा सके।