
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका लग सकता है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, लोकसभा सांसद नकुलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी पार्टी छोड़ सकते हैं. कमलनाथ ने पार्टी छोड़ने की अटकलों को खारिज नहीं किया है, लेकिन मनीष तिवारी के कार्यालय ने इन अटकलों का खंडन करते हुए कहा है कि भाजपा में जाने की खबरें पूरी तरह निराधार हैं.
कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच उनके कई समर्थक विधायक दिल्ली पहुंचे हैं. सूत्रों का कहना है कि छह विधायक कमलनाथ के संपर्क में हैं, इनमें से तीन विधायक छिंदवाड़ा से हैं. प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार के बाद जिस तरह कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया गया, उससे वह आहत हैं. कमलनाथ की ओर से अभी तक भाजपा में शामिल किए जाने को लेकर कोई खंडन नहीं आया है.
दूसरी तरफ, कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी कमलनाथ को मनाने में मूड में नहीं है. पार्टी ने फैसला कमलनाथ पर छोड़ दिया है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शीर्ष नेतृत्व ने कमलनाथ से कोई संपर्क नहीं किया है.
उधर, मनीष तिवारी कांग्रेस छोड़ने से इनकार कर रहे है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी भाजपा के संपर्क में हैं. मनीष आंनदपुर साहिब की जगह भाजपा के टिकट पर लुधियाना से चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन इस सीट पर भाजपा के पास मजबूत उम्मीदवार है. इसलिए सीट को लेकर भाजपा में पेच फंसा है.