
आज पूरे देश में सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत रख रही हैं और अब चंद्र दर्शन का इंतजार कर रही हैं, क्योंकि व्रत का समापन चांद देखने के बाद ही होता है। करवा चौथ के दिन अक्सर बादलों के कारण चांद के दर्शन देर से होते हैं, जिससे महिलाएं आसमान की ओर टकटकी लगाए रहती हैं। हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली और एनसीआर में आज चांद निर्धारित समय पर निकलने की संभावना है।
करवा चौथ पर क्या करें
- करवा चौथ पर पूजा के समय सोलह श्रृंगार करना शुभ और अनिवार्य माना गया है, जो सौभाग्य का प्रतीक होता है।#
- जहां संभव हो, वहां विवाहित महिलाएं एक साथ मिलकर पूजा करें। सामूहिक पूजा से सकारात्मक ऊर्जा और पुण्य दोनों बढ़ते हैं।
- व्रत की पूजा में भगवान गणेश और माता करवा की विशेष रूप से पूजा की जाती है। इससे व्रत की पूर्णता और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
- रात को चंद्र दर्शन के बाद ही चंद्रदेव को अर्घ्य अर्पित करें और फिर पति का चेहरा देखकर व्रत खोलें। इससे व्रत का संपूर्ण फल प्राप्त होता है।
करवा चौथ उपाय
- करवा चौथ के दिन पूजा-पाठ और कुछ विशेष कार्य करने से व्रत का फल कई गुना बढ़ जाता है।
- इस दिन करवा माता की पूजा करना और उनकी व्रत कथा का पाठ जीवन में सुख-समृद्धि लाने वाला माना जाता है।
- सुहागिन महिलाओं को सुहाग की वस्तुएं जैसे चूड़ी, बिंदी, सिंदूर आदि दान करना अत्यंत शुभ होता है।
- इसके साथ ही भगवान गणेश और गौरी-शंकर की विधिवत पूजा करने से व्रत पूर्ण फलदायी बनता है।
- शाम को सोलह श्रृंगार कर चंद्रमा की पूजा करना और उन्हें अर्घ्य देना वैवाहिक जीवन को प्रेममय और सौहार्दपूर्ण बनाता है।
- अंत में, सात सुहागिन महिलाओं से आशीर्वाद लेकर व्रत का पारण करें, इससे जीवन में सुख, शांति और सौभाग्य बना रहता है।