
नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित भोजपुरी संगीतकार ब्रज किशोर दुबे (Brij Kishore Dubey) की 58 साल की उम्र में संदिग्ध परिस्थितियो में मौत हो गई है. सोमवार की शाम ब्रज किशोर दुबे की लाश पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के केशरी नगर स्थित एक बंद फ्लैट से बरामद हुई. यह फ्लैट ब्रज के दोस्त का था. रिपोर्ट के मुताबिक, संगीतकार की लाश जब बरामद हुई तो उनके पैर बंधे हुए थे.

संदिग्ध परिस्थितियों में ब्रज किशोर दुबे (Brij Kishore Dubey) की लाश मिलने के बाद से ही पुलिस जांच में जुटी हुई है. हालांकि, अबतक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि ये हत्या है या आत्महत्या. वहीं मृतक ब्रज किशोर दुबे के दामाद महेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया है कि जिस तरह से पैर बंधा हुआ था और उनका सर बाल्टी भरे पानी में था, लेकिन हाथ खुला हुआ था जिससे शक पैदा हो रहा है. बता दें कि ब्रज कुमार ने दो दिन पहले ही अपने दोस्त से फ्लैट की चाबी ये कहते हुए ली थी कि वो शांति में कुछ लिखना चाहते हैं. हालांकि जब अगले दिन संगीतकार ने फोन नहीं उठाया तो उनके दोस्त बेटे के साथ उन्हें खोजते हुए फ्लैट पर पहुंचे. दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ा गया तो इस अनहोनी की जानकारी हुई.
राष्ट्रपति से सम्मानित संगीतकार ब्रजकिशोर दुबे के कथित सुसाइड नोट में लिखा गया है कि वे अपनी इच्छा से मौत को गले लगा रहे हैं और इसके लिए किसी को परेशान न किया जाए. नीचे उनके हस्ताक्षर भी हैं. हालांकि, ब्रजकिशोर के परिजन को लिखावट पर संदेह है. उन्होंने इसकी फॉरेंसिक जांच की मांग की है.
सुसाइड नोट मिलने के बाद पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है. वहीं, परिजन को पुलिस की यह थ्योरी पच नहीं रही है. ब्रजकिशोर के दामाद मनींद्र मिश्रा ने बताया कि उनका शव जिस अवस्था में पाया गया, इससे संदेह पैदा हो रहा है. जिस बाल्टी में ब्रजकिशोर का सिर डूबा था वह लबालब भरी हुई थी. अगर वह आत्महत्या करते तो मौत से पहले हाथ-पैर जरूर मारते, इससे बाल्टी का पानी छलक जाता. जिस मकान में यह घटना हुई, उसमें कई दरवाजे हैं, उनमें से एक गेट बालकनी की ओर भी खुलता है. हो सकता है कि अपराधी उनकी हत्या कर बालकनी के रास्ते फरार हो गया हो.
वहीं, दूसरी तरफ से देखा जाए तो शव बाथरूम में पानी भरे एक टब में था. उनका आधा नीचे का हिस्सा कुर्सी पर था और ऊपर का हिस्सा टब में पानी के अंदर और उनके दोनों पैर गमछे से तीन जगह बंधे हुए पाए गए हैं. फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पष्ट किया जा सकता है. कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है. कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है.
बता दें कि बृज किशोर मूल रूप से रोहतास जिले के रहने वाले थे. गायक बृज किशोर को लोग संगीत बिहार के क्षेत्र में योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका था. बृज किशोर लोक गायक होने के साथ-साथ उम्दा किस्म के गीतकार भी थे. कई भोजपुरी फिल्मों के लिए वह गीत लिख चुके थे. भोजपुरी अकादमी से सहायक निदेशक के पद से रिटायर्ड बृज किशोर दुबे आकाशवाणी पटना से भी जुड़ चुके थे.