
RG Kar Case:आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए दरिंदगी के मामले में हाल ही में केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला (CFSL) ने अपनी रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी। इस रिपोर्ट ने इस केस से जुड़े कई नए सवाल खड़े कर दिए हैं, जो अब सीबीआई की जांच में अहम भूमिका निभा रहे हैं। रिपोर्ट में कुछ ऐसे बिंदु सामने आए हैं, जिनसे यह मामला और भी पेचीदा हो गया है।
एफएसएल रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ?
एफएसएल रिपोर्ट के अनुसार, सेमिनार रूम में नीले गद्दे पर पीड़िता और हमलावर के बीच किसी प्रकार के संघर्ष या हाथापाई के निशान नहीं मिले हैं। इसके अलावा, सेमिनार रूम के आसपास रखे सामान में भी कोई खरोंच नहीं आई है। यह जानकारी चौंकाने वाली है क्योंकि आमतौर पर इस प्रकार की घटनाओं में संघर्ष के निशान मिलते हैं। यह सवाल खड़ा करता है कि क्या घटना से पहले किसी ने जानबूझकर सबूतों को मिटाने की कोशिश की थी।
RG Kar Case: क्या घटनास्थल पर हुई थी कोई और वारदात?
एफएसएल रिपोर्ट में यह आशंका भी जताई गई है कि पीड़िता से दुष्कर्म और हत्या की वारदात कहीं और हुई हो सकती है। उसके बाद शव को सेमिनार रूम में रखा गया हो। यह सवाल अब सीबीआई के सामने है, और जांच में इसे लेकर नए पहलू सामने आ सकते हैं। क्या यह घटनास्थल पर कोई जानबूझकर की गई साजिश थी या कुछ और?
गायब हुए सबूत: क्या हत्या कहीं और हुई थी?
रिपोर्ट के आधार पर यह सवाल उठता है कि क्या हत्या सेमिनार रूम में नहीं, बल्कि कहीं और की गई थी? यदि हत्या घटनास्थल पर हुई होती, तो वहां संघर्ष के कोई निशान होने चाहिए थे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं पाया गया। क्या किसी ने जानबूझकर सबूत मिटाने के लिए सेमिनार रूम को साफ किया था?
RG Kar Case:अन्य सवाल जो उठ रहे हैं
इसके अलावा, कुछ अन्य सवाल भी अब जांच का हिस्सा बन गए हैं, जैसे:
क्या सेमिनार रूम में आरोपी का घुसना हत्या के बाद की स्थिति थी या पहले से सोची-समझी साजिश का हिस्सा था?
क्या अपराध 24 मिनट में हुआ था, या इसे पहले ही अंजाम दिया गया था?
क्या शव को अपराध करने के बाद किसी अन्य सेमिनार रूम में लाया गया था?
सीबीआई की आगे की जांच
इन सवालों के जवाब अब सीबीआई को ढूंढने हैं, और जांच के दौरान और भी महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं। फिलहाल, यह मामला और भी जटिल होता जा रहा है, और लोगों की उम्मीदें इस बात पर टिकी हुई हैं कि इस गंभीर अपराध के गुनहगारों को सजा मिले।