
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे. भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को मोदी से भेंट कर उनसे इसका उद्घाटन करने का आग्रह किया था. नया संसद भवन ढाई साल से भी कम समय में तैयार हुआ है. आपको बता दें कि इसी दिन स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की जयंती भी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2020 में इस नए नए संसद भवन का भूमि पूजन और शिलान्यास किया था. करीब 971 करोड़ रुपये की लागत सेइसे अक्टूबर 2022 तक तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था.
नई संसद को बनाने का टेंडर टाटा प्रोजेक्ट को साल 2020 के सितंबर में दिया गया था. इसकी लागत 861 करोड़ रुपये मानी गई थी. फिर बाद में कुछ अतिरिक्त कामों के चलते यह कीमत 1,200 करोड़ रुपये तक पहुंची थी.
888 सांसदों के बैठने की व्यवस्था
नए संसद भवन की लोकसभा में 888 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी. जबकि मौजूदा संसद भवन में लोकसभा में अधिकतम 552 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है. इस तरह आनेवाले दिनों जब सांसदों की संख्या बढ़ेगी तो दिक्त नहीं होगी. वहीं राज्यसभा का आकार भी बड़ा होगा. इसमें 384 सांसदों के बैठने की व्यवस्था रहेगी. मौजूदा राज्यसभा में 245 सांसदों के बैठने का इंतजाम है.
नए संसद भवन में सेंट्रल हॉल नहीं होगा. इसमें लोकसभा हॉल की डिजाइन कुछ ऐसी की गई है कि संसद के संयुक्त सत्र का आयोजन किया जा सकेगा. इस हॉल में 1272 लोग बैठ सकेंगे. अभी पुराने संसद भवन में सेंट्रल हॉल में 436 लोगों के बैठने की क्षमता है. ऐसे में संयुक्त सत्र के समय करीब दो सौ कुर्सियां अतिरिक्त लगानी पड़ती है.






